सीमा प्रबंधन सचिव और एनडीएमए के सदस्य आज जोशीमठ का दौरा करेंगे
उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन के दरकने से सैकड़ों घरों, होटलों व अन्य प्रतिष्ठानों में बड़ी दरारें पड़ गई हैं

नई दिल्ली। उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन के दरकने से सैकड़ों घरों, होटलों व अन्य प्रतिष्ठानों में बड़ी दरारें पड़ गई हैं। वहां हालात चिंताजनक बने हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय भी पूरे हालात पर नजर बनाए हुए है।
जोशीमठ की स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को सीमा प्रबंधन सचिव और एनडीएमए के सदस्य उत्तराखंड का दौरा करेंगे। उत्तराखंड में आई इस बड़ी आपदा पर प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा भी बैठक बुलाई गई।
एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र की तरफ से जोशीमठ की पूरी स्थिति को जानने और आगे के उपायों को किस तरफ से लागू किया जाए, इसके लिए सीमा प्रबंधन सचिव और नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी (एनडीएमए) के सदस्यों से उत्तराखंड का दौरा करने को कहा गया है। सोमवार को ये अधिकारी जोशीमठ जाएंगे।
वहीं दूसरी तरफ, एनडीआरएफ की एक टीम और एसडीआरएफ की 4 टीमें पहले ही जोशीमठ पहुंच चुकी हैं। ये टीमें प्रभावित परिवारों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने का काम कर रहीं है। सूत्रों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर और टीमें भी भेजी जा सकती हैं।
गौरतलब है कि जोशीमठ की सड़कों, घर, ऑफिस, मैदान, होटल, स्कूल आदि में भूमि दरकने के कारण बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जिसके कारण यह भवन रहने के लिए असुरक्षित हो गए हैं। इसी को देखते हुए जोशीमठ में विकास कार्यो से जुड़ीं तमाम गतिविधियां भी रोक दी गई हैं।


