नेत्रहीन दुष्कर्म पीड़िता विरोधाभाषी बयान दे रही : पुलिस
पुलिस ने रविवार को कहा कि अपने साथ दुष्कर्म होने का दावा करने वाली एक नेत्रहीन लड़की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष अलग-अलग तरह के बयान दे रही है

गाजियाबाद। पुलिस ने रविवार को कहा कि अपने साथ दुष्कर्म होने का दावा करने वाली एक नेत्रहीन लड़की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष अलग-अलग तरह के बयान दे रही है। लड़की ने दावा किया है कि एक अजनबी ने उसके साथ दुष्कर्म किया है।
मामले में लड़की के संबंधियों से आने और इसे स्पष्ट करने को कहा गया है।
साहिबाबाद पुलिस अधिकारी राजेश मिश्रा ने कहा कि 17 साल की लड़की ने कथित तौर पर कहा कि उसके साथ उसके लाजपत नगर के घर में बुधवार की रात दुष्कर्म किया गया, लेकिन मामले की जानकारी शुक्रवार की रात को लड़की के पार्क में रोने के दौरान हुई।
एक चाय विक्रेता उसकी मदद के लिए आया और उसे साहिबाबाद पुलिस थाने ले गया, जहां उसे सीडब्ल्यूसी से परामर्श व आश्रय के लिए भेज दिया गया।
लड़की ने काउंसलर शालिनी सिंह से कहा कि एक लड़का उसके किराए के कमरे में जबरदस्ती घुस गया और उससे दो बार दुष्कर्म किया और बाहर से दरवाजा बंद करके फरार हो गया। लड़का मोटरसाइकिल से आया था।
लड़की ने कहा कि मकान मालिक ने उसके चीखने की आवाज सुनी और दरवाजा खोलकर उसे आजाद कराया। हालांकि, जब उसने उसे बताया कि क्या हुआ है तो मकान मालिक ने उसे बाहर निकाल दिया, लेकिन उसका सामान रोक लिया और कहा कि इससे तीन महीने के बकाया किराए में समायोजित किया जाएगा।
लड़की के अनुसार, वह उत्तर प्रदेश के देवरिया के एक गांव की रहने वाली है। बचपन में ही वह अपनी मां को खो चुकी है और दुश्मनी के कारण उसे अपने पिता के साथ गांव छोड़ना पड़ा।
वे मुंबई चले गए जहां लड़की एक दवा के प्रतिकूल प्रतिक्रिया से नेत्रहीन हो गई। इसके बाद उसके पिता दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के लिए गाजियाबाद चले आए, लेकिन उनकी दस दिन पहले दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
हालांकि, सीडब्ल्यूसी की दूसरी काउंसिलर अर्चना मिश्रा ने कहा कि लड़की ने कहा कि वह गोरखपुर से आई है, उसकी बड़ी बहन यहां रहती है, लेकिन वह उसका पता नहीं जानती और उसका फोन बंद जा रहा है।
पुलिस अधिकारी ने कहा, "लड़की के सीडब्ल्यूसी काउंसलर के सामने अलग-अलग बयान के बाद हमने उसके संबंधियों को देवरिया से गाजियाबाद आने को कहा है। हम आगे की कार्यवाही उनके आने के बाद बढ़ाएंगे। तब तक लड़की सीडब्ल्यूसी में बनी रहेगी।"


