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भाजपा के 'झांसा पत्र' से काला धन, नौकरियां गायब : कांग्रेस

लोकसभा चुनाव के लिए जारी भाजपा के घोषणा-पत्र पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस ने सोमवार को इसे 'झांसा पत्र' करार दिया

भाजपा के झांसा पत्र से काला धन, नौकरियां गायब : कांग्रेस
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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए जारी भाजपा के घोषणा-पत्र पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस ने सोमवार को इसे 'झांसा पत्र' करार दिया और कहा कि नौकरियां, जीएसटी, काला धन और नोटबंदी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे घोषणा-पत्र से गायब हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, और मंत्री अरुण जेटली व सुषमा स्वराज- ने इन मुद्दों पर एक शब्द भी नहीं बोला।

उन्होंने कहा कि भाजपा को अपने जाने की तैयारी करनी चाहिए, क्योंकि जनता उसके झूठे वादों को खारिज कर देगी और पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी, और इसलिए पार्टी को 'झांसा पत्र' के स्थान पर एक 'माफीनामा' जारी करना चाहिए था।

वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा द्वारा घोषणा-पत्र में किए गए वादों पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने तोड़े गए वादों पर 125 सवालों की सूची भी जारी की।

सुरजेवाला ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "आज देश के 125 करोड़ जनता मोदीजी से, सत्ता में आने से पहले किए गए उनके 125 वादों पर जवाब मांग रही है। जनता आपके 'झांसा पत्र' को अब स्वीकार नहीं करेगी। अब समय आ गया है कि अपना बोरिया-बिस्तर बांधिए और चलता बनिए।"

उन्होंने कहा, "आपने हर वर्ष दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया, जिसके अनुसार पांच सालों में 10 करोड़ नौकरियां होती हैं। जबकि वास्तव में इन वर्षो के दौरान 4.7 करोड़ नौकरियां खत्त हो गईं। और यह बात मैं नहीं कह रहा, बल्कि सरकार के खुद के एनएसएसओ (राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन) के आंकड़े कह रहे हैं।"

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा ने 80 लाख करोड़ रुपये काला धन वापस लाने और प्रत्येक भारतीय के खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने का वादा किया था। जबकि वास्तविकता यह है कि ललित मोदी, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या करदाताओं के एक लाख करोड़ रुपये लूटकर मोदी की नाक के नीचे से देश से भाग गए।

उन्होंने किसानों की आमदनी दोगुनी करने के भाजपा के इरादे पर भी सवाल खड़े किया, क्योंकि मौजूदा कृषि विकास दर 2.9 प्रतिशत है, और इस अनुसार किसानों की आमदनी दोगुनी करने में 28 साल लग जाएंगे।

सुरजेवाला ने कहा, "मोदी ने भारत को एक आर्थिक शक्ति में बदलने का भी वादा किया था। लेकिन पांच सालों के दौरान उन्होंने देश को कर्ज तले दफन कर दिया है।" उन्होंने कहा कि भाजपा शासित सरकार ने 2014 और 2018 के बीच 27 लाख करोड़ रुपये से अधिक कर्ज लिया है।

उन्होंने कहा, "मोदीजी हर महीने देश पर 45,000 करोड़ रुपये का कर्ज लाद रहे हैं।"

वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा-पत्र में मुख पृष्ठ पर जनसमूह का एक चित्र है, जबकि भाजपा के घोषणा-पत्र पर मात्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चित्र है, जो दोनों दलों की प्राथमिकताओं में फर्क को दर्शाता है।


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