Begin typing your search above and press return to search.
काली कमाई की संविदा इंजीनियर, 20 कार, 100 कुत्ते, 7 करोड़ की संपत्ति
लग्जरियस लाइफ की शौकीन हेमा खुद को IPS बताती है। बंगले के कर्मचारियों से बात करने के लिए वॉकी-टॉकी का यूज करती है। हेमा ने पिता के नाम बनवाया है। इसकी लागत 1 करोड़ रुपए है। थार समेत 20 लग्जरी कार भी हैं

गजेंद्र इंगले
भोपाल: नौकरी हो सरकारी चाहे संविदा पर ही क्यूं न हो!, शायद इसी सोच के साथ हेमा मीणा ने मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन में प्रभारी सहायक यंत्री (संविदा) पर ज्वॉइन किया होगा। मात्र 13 साल की नौकरी में उसने आय से तीन सौ गुना अधिक प्रॉपर्टी बना ली। मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है। जहां शासन प्रशासन के सभी मुख्यालय हैं। हेमा मध्य प्रदेश में बढ़ते भ्रष्टाचार का जीता जागता सबूत है।
हेमा का मासिक वेतन 30 हजार रूपये है। गुरूवार की सुबह भोपाल से 19 किमी दूर उनके बिलखिरिया स्थित आवास, फार्म हाउस और कार्यालय पर लोकायुक्त ने छापा मारा है। सुबह 6 बजे से तलाश जारी है। अब तक 7 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी मिल चुकी है। लोकायुक्त टीम का मानना है कि प्रॉपर्टी का मूल्यांकन करने में दो दिन लग सकते हैं। इस भ्रष्ट संविदा अधिकारी की रहीसी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसने घर पर 30 लाख रुपए का LED TV लगा रखा था। फार्म में 100 से ज्यादा महंगी नस्ल के कुत्ते मिले हैं। इनके लिए रोटी बनाने के लिए ढाई लाख रुपए की मशीन है। बंगले में बनवाए गए बड़े से गैराज में थार समेत 20 लग्जरी कार खड़ी मिलीं। लग्जरियस लाइफ की शौकीन हेमा खुद को IPS बताती है। बंगले के कर्मचारियों से बात करने के लिए वॉकी-टॉकी का यूज करती है। बंगले में जैमर लगा रखा है। 20 हजार वर्ग फीट जमीन पर यह आलीशान बंगला हेमा ने पिता के नाम बनवाया है। इसकी लागत 1 करोड़ रुपए है।
इतना ही नहीं, भोपाल, रायसेन और विदिशा के कई गांवों में जमीन के दस्तावेज मिले हैं। हार्वेस्टर, धान बुवाई मशीन, ट्रैक्टर और खेती में काम आने वाले इंस्ट्रूमेंट खरीदी के भी डॉक्यूमेंट्स बरामद हुए हैं। बंगले से पुलिस हाउसिंग बोर्ड का सरकारी सामान भी मिला है। टीम इसे क्रॉस चेक करा रही है।लोकायुक्त एस पी मनु व्यास ने बताया कि हेमा मीणा के खिलाफ 2020 में आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस किया गया है। विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम भोपाल से सर्च वारंट लेकर कार्रवाई शुरू की गई है। कृषि यंत्र व पशु धन के मूल्य के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों की भी मदद ली जा रही है।
Next Story


