Top
Begin typing your search above and press return to search.

चार दिवसीय सुशासन यात्रा के जरिए जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ भाजपा युवा मोर्चा ने किया संवाद

भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या के नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर में आयोजित की गई चार दिवसीय सुशासन यात्रा रियासी जिले के कटरा में सफलतापूर्वक संपन्न हुई

चार दिवसीय सुशासन यात्रा के जरिए जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ भाजपा युवा मोर्चा ने किया संवाद
X

नई दिल्ली/ जम्मू। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने चार दिवसीय सुशासन यात्रा के जरिए जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ संवाद स्थापित करते हुए एक तरफ जहां उनसे जुड़े मुद्दों को समझने की कोशिश की तो वहीं साथ ही दूसरी तरफ अनुच्छेद 370 और 35 ए समाप्त करने सहित मोदी सरकार द्वारा राज्य की जनता की भलाई के लिए उठाए गए तमाम कदमों की उन्हे जानकारी भी दी।

भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद तेजस्वी सूर्या के नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर में आयोजित की गई चार दिवसीय सुशासन यात्रा रियासी जिले के कटरा में सफलतापूर्वक संपन्न हुई। आपको बता दें कि, इस कार्यक्रम की योजना भाजयुमो कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर जोड़ने और देश के विभिन्न राज्यों में मोदी सरकार के तहत किए जा रहे सुशासन को समझने के लिए एक विचार के साथ बनाई गई थी। सुशासन यात्रा के दौरान, देश के विभिन्न हिस्सों से आए भाजयुमो के युवा कार्यकर्ताओं ने जम्मू क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया और अनुच्छेद 370 और 35-ए के पीड़ितों के साथ विस्तृत बातचीत की। भाजपा के युवा नेताओं की इस टीम ने केंद्र शासित प्रदेश में कई सांस्कृतिक और विरासत वाले स्थलों का दौरा करके भी जम्मू क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रत्यक्ष अनुभव किया।

भाजयुमो जम्मू-कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष अरुण प्रभात ने देश के विभिन्न हिस्सों में सुशासन यात्रा शुरू करने के निर्णय को ऐतिहासिक और अद्वितीय बताते हुए कहा कि सिक्किम, उत्तराखंड, कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर का दौरा करने के बाद, जम्मू-कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों से भाजयुमो कार्यकर्ता अब देश के अन्य राज्यों में जाएंगे और वहां की स्थानीय जनता से बातचीत करेंगे। उन्होने टीम के दौरे को राज्य की जनता के लिए फायदेमंद बताते हुए कहा कि मेहमान टीम ने पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों के अलावा गोरखा और वाल्मिकी समाज के लोगों के साथ भी बातचीत की, जो अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35-ए के सबसे ज्यादा शिकार हुए थे। उन्होने आगे कहा कि पश्चिम पाकिस्तान के शरणार्थियों, गोरखा और वाल्मिकी समाज को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से पहले कानूनों के भेदभावपूर्ण प्रावधानों के तहत उनका उचित हिस्सा कभी नहीं दिया गया था। केंद्र सरकार के ऐतिहासिक निर्णय ने उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया और उनके बच्चे अब एक सम्मानजनक जीवन जीने में सक्षम हैं।

भाजयुमो राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एस. अमनदीप सिंह ने कहा कि यात्रा के दौरान उन्हें जम्मू-कश्मीर की सांस्कृतिक विरासत का एक महान और समृद्ध अनुभव हुआ। उन्होने आगे कहा कि, यात्रा का उद्देश्य तीन प्रमुख बिंदुओं सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण पर प्रकाश डालना था। जो कि पिछले आठ वर्षों के दौरान केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा सुनिश्चित शासन का मुख्य केंद्र बिंदु हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it