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किसान एकता में सेंध लगाना चाहती है भाजपा : कांग्रेस

अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप का राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का धुर विरोधी बताते हुए कहा कि भाजपा चुनाव से चंद महीने पहले विश्वविद्यालय का शिलान्यास कर किसान एकता को जातिवादी दांव से तोड़ना चाहती है

किसान एकता में सेंध लगाना चाहती है भाजपा : कांग्रेस
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह का राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का धुर विरोधी बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव से चंद महीने पहले विश्वविद्यालय का शिलान्यास कर किसान एकता को जातिवादी दांव से तोड़ना चाहती है।

पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हिलाल अहमद ने कहा कि किसान आंदोलन की घेरेबंदी से परेशान केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार किसान विरोधी कृषि कानूनों को वापस लेने के बजाय महान क्रांतिकारी राजा महेंद्र प्रताप को ‘जाट राजा’ बताकर उनका किसानों की एकता जातिवादी दाँव से तोड़ना चाहती है। अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप के नाम विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि पहले जिन क्रांतिकारियों का सम्मान नहीं किया गया, उनका सम्मान अब हो रहा है। हक़ीक़त ये है कि राजा महेंद्र प्रताप जीवन भर आरएसएस को फासिस्ट बताते हुए उससे संघर्ष किया और 1957 के चुनाव में जनसंघ के प्रत्याशी श्री अटल बिहारी वाजपेयी की मथुरा सीट से ज़मानत तक ज़ब्त करा दी थी।

उन्होने कहा कि बीजेपी को राजा महेंद्र प्रताप की याद तब आयी, जब चुनाव में कुछ महीने बचे हैं। अगर कुछ साल पहले यह शिलान्यास हो गया होता तो आज विश्वविद्यालय का उद्घाटन हो रहा होता। लेकिन बीजेपी की नज़र में हर महान विभूति सिर्फ वोट की गणित का एक मोहरा भर है। बीजेपी की राजनीति राजा महेंद्र प्रताप के आदर्शों के उलट है। बीजेपी लगातार हिंदू-मुस्लिम को लड़ाकर वोट की फ़सल काटती रही है जबकि 1915 में काबुल में बनी जिस पहली निर्वासित सरकार के राजा महेंद्र प्रताप राष्ट्रपति थे, उसके प्रधानमंत्री मौलवी बरक़तुल्लाह और गृहमंत्री मौलवी उबैदुल्ला सिंधी को बनाया गया था। राजा महेंद्र प्रताप एक ऐसा भारत चाहते थे, जिसमें हिंदू और मुसलमान भाई-भाई की तरह रहेंगे जबकि बीजेपी भाईचारे के इसी रिश्ते को तोड़ने में लगी है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज किसानों की दिल्ली घेरेबंदी के 292 दिन हो गये हैं। इस बीच बीजेपी की सरकारों ने किसानों पर बर्बर अत्याचार किया है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उत्तर प्रदेश में किसानों की एकता को देखकर भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से बौखला गयी है। समाज को विघटित करने में जुटी भाजपा किसानों में धर्म और जाति के नाम पर फूट डालने के लिए राजा महेन्द्र सिंह जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का नाम इस्तेमाल कर अमर्यादित राजनीति का परिचय दे रही है।

डॉ. अहमद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने यूपी को बरबाद कर दिया है। जनता महंगाई, बेरोज़गारी और लचर स्वास्थ्य व्यवस्था से परेशान है। हालत ये है कि विज्ञापन देने के लिए सरकार के पास यूपी की कोई तस्वीर तक नहीं है और कोलकाता के फ्लाईओवर का इस्तेमाल किया जा रहा है। यूपी की योगी सरकार ने जनता को आक्सीजन के अभाव में तड़पाया है, अगले चुनाव में जनता भी उन्हें एक-एक वोट के लिए तड़पायेगी। शिलान्यास जैसे प्रतीकात्मक और चुनावी रणनीति से जुड़े आयोजनों से जनता पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है


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