विरोधियों को दबाकर तानाशाही राजनीति करना चाहती है भाजपा : ललन
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विरोधियों को दबाकर तानशाही राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि भाजपा देश में अस्थिरता के माहौल को बढ़ा रही है

पटना। जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विरोधियों को दबाकर तानशाही राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि भाजपा देश में अस्थिरता के माहौल को बढ़ा रही है।
श्री सिंह ने नगालैंड में जदयू विधायक द्वारा भाजपा गठबंधन को समर्थन पत्र दिए जाने पर शुक्रवार को कहा कि जदयू किसी भी रूप में भाजपा को सहयोग नहीं करेगी। नगालैंड की राज्य इकाई का फैसला पूरी तरह से पार्टी अनुशासन के खिलाफ है और इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी की राष्ट्रीय इकाई ने नगालैंड प्रदेश इकाई को भंग करने का निर्णय लिया है।
जदयू अध्यक्ष ने भाजपा पर क्षेत्रीय पार्टियों को दबाने और केंद्रीय इकाइयों की मदद से उन्हें तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में भी जदयू के साथ इसी तरह का रवैया अपनाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस तरह के अनैतिक और तानाशाही कदम पूरे देश में उठाने का काम कर रही है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश इसका ताजा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बिहार में भी उनकी पार्टी को तोड़ने की साजिश रची थी लेकिन जदयू ने समय रहते उनके षड्यंत्र को भांप लिया इसीलिए हमने उनसे गठबंधन तोड़ लिया।
श्री सिंह ने कहा कि पिछले नौ सालों में केंद्र की सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा के पास जनता को बताने के लिए कुछ भी नहीं है। इनके नेता हर भाषण में मात्र दो योजनाओं की चर्चा करते हैं, उज्ज्वला और आयुष्मान भारत योजना परंतु इन दोनों योजनाओं की क्या स्थिति है, देश के हर व्यक्ति को पता है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पूछा कि आज एक घरेलू गैस सिलेंडर की जो कीमत है, उसे देश का गरीब आदमी कैसे वहन कर पाएगा। इसका जवाब भाजपा के नेताओं को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से कितने गरीबों को अब तक लाभ मिल पाया है, इसका आंकड़ा क्यों नहीं उपलब्ध है। इनकी ये दोनों योजनाएं फेल हैं।
श्री सिंह ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में केंद्र की भाजपा सरकार ने केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग करने के अलावा और कोई काम किया हो तो बताएंं । वर्ष 2024 के चुनाव में भी भाजपा सकारात्मक बात पर वोट नहीं मांगेगी। भाजपा नेताओं ने तय कर लिया है कि अपने पालतू तोतों का इस्तेमाल कर बस विरोधियों की आवाज दबाई जाए और वे इसी काम में जुटे हैं।


