भाजपा आतंकी घटना को धर्म से जोड़कर समाज में विद्वेष पैदा करना चाहती है : प्रशांत किशोर
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुये कहा कि वह आतंकी घटना को धर्म से जोड़कर समाज में विद्वेष पैदा करना चाहती है
बांका। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुये कहा कि वह आतंकी घटना को धर्म से जोड़कर समाज में विद्वेष पैदा करना चाहती है।
प्रशांत किशोर आज जन सुराज उद्घोष यात्रा के तहत एक दिवसीय दौरे पर बांका पहुंचे। किशोर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा आतंकी घटना को धर्म से जोड़कर समाज में विद्वेष पैदा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नफरत की राजनीति हो या फिर दूसरे दलों की तुष्टीकरण की राजनीति, दोनों ही पूरी तरह से गलत हैं और इसका विरोध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की घटनाएं गलत हैं और आतंकी हमले की घटना पर देश को एकजुट होना चाहिए।
किशोर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज के बिहार दौरे पर तंज कसते हुए कहा, “हम उनसे अनुरोध करते हैं कि वह गरीब और पिछड़े राज्य बिहार की जनता के पैसे से प्रचार करना बंद करें। सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें कहा गया है कि पंचायती राज पदाधिकारियों को मधुबनी में प्रधानमंत्री की रैली में लोगों को सरकारी खर्चे पर ले जाने का आदेश दिया गया है।” उन्होंने कहा कि यदि भाजपा को प्रचार करना है तो वह अपने पास मौजूद करोड़ों रुपये से करे, वो गरीब जनता का पैसा क्यों बर्बाद कर रही है।
किशोर ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि मोदी ने 2015 में आरा की रैली में बिहार के लिए एक लाख 25 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा की थी। उनकी घोषणा को 10 साल हो गए हैं। मोदी को बताना चाहिए कि उन्होंने राशि भेजी या नहीं। और यदि उन्होंने राशि भेजी तो उन्हें बताना चाहिए कि बिहार में उनकी और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) की सरकार ने उस राशि को लूट लिया।
किशोर ने कहा कि नीतीश सरकार ने 2006 में घोषणा की थी कि 50 लाख भूमिहीन दलित महादलित परिवारों को तीन डिसमिल जमीन दी जाएगी। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 साल के शासन के बाद भी मात्र दो लाख 34 हजार परिवारों को ही तीन डिसमिल जमीन दी गई है। इसलिए जीविका दीदी, विकास मित्र, टोला सेवक चाहे जितना भी जदयू का प्रचार कर लें, जनता नीतीश कुमार को वोट नहीं देने वाली है।


