'जय श्री राम' नारे का ‘नफरत’ फैलाने के लिए इस्तेमाल कर रही भाजपा : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘जय श्री राम’ के नारे का विरोध करते हुए भाजपा पर धर्म को राजनीति के साथ मिलाकर गलत तरीके से ‘धार्मिक नारे’ का अपने हित में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने रविवार को ‘जय श्री राम’ के नारे का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर धर्म को राजनीति के साथ मिलाकर गलत तरीके से ‘धार्मिक नारे’ का अपने हित में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान और चुनाव परिणामों के बाद सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच श्रृंखलाबद्ध हिंसक झड़पें हुईं। सुश्री बनर्जी की ओर से ‘जय श्री राम’ नारे का विरोध तथा भाजपा की ओर से इस नारे को बुलंद करने पर एक बार फिर से तनाव बढ़ रहा है।
उत्तर 24 परगना के नैहाटी और भाटपारा में 30 मई को सुश्री बनर्जी को अपनी कार से बाहर आकर लोगों पर चिल्लाती हुई देखी गयीं जो जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। बाद में नारेबाजी करने के मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
भाजपा के बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह जो तब नयी दिल्ली में थे अगले दिन वापस आए और गिरफ्तारी के विरोध में थाने का घेराव किया और चेतावनी दी कि बैरकपुर को नंदीग्राम और सिंगूर जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
श्री सिंह ने सुश्री बनर्जी को जय श्री राम लिखा दस लाख पोस्टकार्ड भी भेजने की भी धमकी दी है।
सुश्री बनर्जी ने फेसबुक के माध्यम से कहा, “हम लोगों को सूचित करना चाहते हैं कि भाजपा के कुछ समर्थक मीडिया के एक हिस्से के माध्यम से नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। तथाकथित ‘भाजपा मीडिया’ तथाकथित फर्जी वीडियो, फर्जी समाचार, गलत सूचना से भ्रम पैदा करने और सच्चाई और वास्तविकता को दबाने की कोशिश की जा रही है।”
उन्होंने कहा, “किसी राजनीतिक दल की रैलियाें में किसी विशेष नारे से मुझे कोई एतराज नहीं है । हर पार्टी का अपना नारा है। मेरी पार्टी का नारा जय हिंद, वंदे मातरम है। वाम दल का इंकलाब जिंदाबाद। अन्य दलों के अलग अलग नारे हैं। हम एक दूसरे का सम्मान करते हैं।”
उन्होंने कहा,“जय सिया राम, जय राज जी की, राम नाम सत्य है आदि धार्मिक नारे हैं और सामाजिक संकेत हैं। हम इन भावनाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन भाजपा धार्मिक नारा जय श्री राम का इस्तेमाल पार्टी नारे के रूप में करती है।”


