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दमोह उप-चुनाव में भाजपा ने ताकत झोंकी

मध्य प्रदेश के दमोह विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उप-चुनाव में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। गुरुवार को मंच पर भाजपा के तमाम दिग्गज एक साथ नजर आए

दमोह उप-चुनाव में भाजपा ने ताकत झोंकी
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दमेाह। मध्य प्रदेश के दमोह विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उप-चुनाव में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। गुरुवार को मंच पर भाजपा के तमाम दिग्गज एक साथ नजर आए। सभी ने राज्य में 15 माह रही कांग्रेस की सरकार पर जमकर हमला बोला। बांसा तारखेड़ा में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री शिवराज िंसंह चौहान ने कहा, "2018 के चुनाव में वोट हमें ज्यादा मिले, लेकिन कांग्रेस को कुछ सीटें ज्यादा मिल गईं। हम चाहते तो तब भी सरकार बना सकते थे, लेकिन हमने कहा इन्हें ही सरकार बनाने दो। कमलनाथ मुख्यमंत्री बने और पर्दे के पीछे से सरकार दिग्विजयसिंह चला रहे थे। हमने अब तक ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा। किसानों से उड़द खरीदी पर पैसे नहीं दिये। धान नहीं खरीदी, चना-मसूर नहीं खरीदा। किसानों को एक पैसा नहीं दिया, विकास का कोई काम नहीं किया। इन्होंने सिर्फ मेडिकल कॉलेज, विकास की योजनाएं और किसानों का पैसा ही नहीं छीना, संबल जैसी गरीब कल्याण की योजनाएं भी बंद कर दी।"

सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि, "प्रदेश में गलती से 15 महीने के लिए कांग्रेस की सरकार बन गई थी। एक ऐसा व्यक्ति मुख्यमंत्री बन गया जिन्होंने न कभी गरीबी देखी, न गांव देखा और न ही किसान देखा, वह क्या कर्ज जानेंगे? जब गरीब का बेटा देश का प्रधानमंत्री बनता है, वह गरीब, किसान, बेटे-बेटियों, महिलाओं, बुजुर्गों के दर्द को समझता है। जब गरीब, किसान का बेटा मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनता है तो वह किसान और गरीब का दर्द जानता है, वह जानता है कि गरीबी क्या होती है।"

केन्द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद प्रहलाद पटेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गांव, गरीब और मजदूरों की पार्टी है। किसी भी मजदूर और गरीब को बीमारी और लाचारी में भारतीय जनता पार्टी अकेला नहीं छोड़ती। उन्होंने कहा कि गरीबों की पीड़ा को समझकर ही मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने संबल योजना बनाई जिसे कमलनाथ सरकार ने बंद कर दिया था।

ज्ञात हो कि दमोह विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर राहुल लोधी ने जीत दर्ज की थी। बाद में उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने राहुल लोधी को उम्मीदवार बनाया है। यहां 17 अप्रैल को मतदान होना है।


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