कुंवरजी बावलिया को मंत्री बनाने पर भाजपा में छिड़ी बगावत
गुजरात में कांग्रेस के वोटबैंक में सेंधमारी के लिए बीजेपी ने कांग्रेस के बागी को अपना साथी तो बना लिया, लेकिन अब पार्टी के लिए परेशानी खड़ी हो गई है

नई दिल्ली। गुजरात में कांग्रेस के वोटबैंक में सेंधमारी के लिए बीजेपी ने कांग्रेस के बागी को अपना साथी तो बना लिया, लेकिन अब पार्टी के लिए परेशानी खड़ी हो गई है क्योंकि चंद घंटों में ही कुंवरजी बावलिया को विजय रूपाणी कैबिनेट में जगह मिलने से विधायक नाराज हो गए हैं।

बीजेपी विधायक मधु श्रीवास्तव ने बगावत का झंडा बुलंद करते हुए कहा कि बाहरी आए और मंत्री बन गए हम तो तमाशा ही देखते रह गए।
मंगलावर को कांग्रेस के बागी विधायक कुंवरजी बावलिया ने बीजेपी का कमल थामा था। 24-25 जून को बीजेपी के चिंतन शिविर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सीएम रूपाणी ने बावलिया के साथ निर्णायक बैठक की थी। तय हुआ था कि रूपाणी की जैसे ही विदेश दौरे से वापस होगी, बावलिया को फौरन पार्टी में शामिल करा दिया जाएगा। और रुपाणी के वापस आते ही उन्हें पार्टी में जगह दे दी गई।
लेकिन बावलिया को बीजेपी में शामिल हुए कुछ घंटें भी नहीं बीते थे कि आलाकमान ने उन्हें सीधा रुपाणी कैबिनेट में जगह भी दे दी। जब बाहरी नेता को चंद घंटों में ही मंत्री पद मिल जाएगा तो पार्टी में बगावत मचना तो लाजिमी है। सालों से मंत्री बनने की महत्वकांक्षा पाले बैठे बीजेपी नेताओ ने पार्टी के खिलाफ मुखर होना शुरु कर दिया।
बाहरी को ज्यादा तवज्जों मिलने पर वाघोडिया के बीजेपी विधायक मधु श्रीवास्तव ने मोर्चा खोलते हुए कहा कि अगर हमें मंत्री नहीं बनाया गया तो हम हनुमान जी के मंदिर में बैठकर मजीरा बजाएंगे जब बाहरी को पद मिल सकता है,तो हमे क्यों नहीं। हमने तो पार्टी की सेवा की है जब कोई नेता मंत्री बनने की आस लिए बैठा हो,और वो टूट जाए,तो गुस्सा इस कदर ही फूटता है।

जैसे आज बीजेपी विधायक मधु श्रीवास्तव का फूट रहा है वैसे पार्टी में छिड़ी बगावत परेशानी भी बढ़ा सकती है। ऐसे में देखना होगा कि आलाकमान बगावती सुरों को कैसे रोकते हैं।


