Top
Begin typing your search above and press return to search.

मप्र में सरकारी भवन से हो रहा भाजपा का प्रचार : कांग्रेस

मध्यप्रदेश की कांग्रेस इकाई ने 'सिल्वर टच' नामक कंपनी की गतिविधियां राजधानी की एक सरकारी इमारत से चलाने का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की है

मप्र में सरकारी भवन से हो रहा भाजपा का प्रचार : कांग्रेस
X

भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस इकाई ने 'सिल्वर टच' नामक कंपनी की गतिविधियां राजधानी की एक सरकारी इमारत से चलाने का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि इस कंपनी का अमला भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहा है। कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा के नेतृत्व में मंगलवार को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी. एल. कांता राव को शिकायत सौंपी।

शिकायत में कहा गया है कि संविदा नियुक्ति पर तैनात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रमुख सचिव एस.के. मिश्रा के मार्गदर्शन में 'सिल्वर टच' कंपनी के कर्मचारी सरकारी भवन में बैठकर भाजपा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं। यह कंपनी ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक और वाट्सएप पर संदेश भेजने का काम कर रही है।

शिकायत में कहा गया है कि मिश्रा संविदा नियुक्ति पर हैं और वह जन संपर्क विभाग के प्रमुख सचिव के साथ जनसंपर्क विभाग के उपक्रम माध्यम के प्रबंध संचालक भी हैं। वह भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं।

कांग्रेस का आरोप है कि मिश्रा को माध्यम के कार्यपालक संचालक मंगला प्रसाद मिश्रा का पूरा साथ मिल रहा है। मंगला प्रसाद के खिलाफ ईओडब्ल्यू में मामला भी दर्ज है। इसके अलावा 'सिल्वर टच' के प्रमुख तुषार पांचाल का नाम पहले 'फेक न्यूज' (फर्जी खबर) के एक मामले में आ चुका है, और इसी कंपनी से जुड़ा व्यक्ति कुमार सौरभ फर्जीवाड़े के एक मामले में गिरफ्तार हो चुका है।

कांग्रेस का आरोप है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में इलेक्टॉनिक मीडिया की मॉनीटरिंग के लिए उप संचालक राजेश बेन को तैनात किया गया है। बेन पर आरोप है कि उन्होंने आचार संहिता लागू होने से पहले जनसंपर्क विभाग में रहते हुए इलेक्टॉनिक मीडिया को करोड़ों रुपये के सरकारी विज्ञापन दिए हैं और अब निर्वाचन कार्यालय में बैठकर इलेक्टॉनिक मीडिया को प्रभावित करने में जुटे हैं।

कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मांग की है कि माध्यम में पदस्थ एमडी, ईडी के मोबाइल फोन नंबर और इलेक्टॉनिक डिवाइस जब्त कर विभिन्न पहलुओं की जांच कराई जाए।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it