भाजपा की जन रक्षा रैली है ‘हिंसा रक्षा रैली’ : वृंदा करात
माकपा की वरिष्ठ नेता वृंदा ने केरल की घटनाओं को लेकर भाजपा की जन रक्षा रैली को ‘हिंसा रक्षा रैली’ करार देते हुए आज कहा कि जो लोग दूसरों पर हिंसा का आरोप लगा रहे हैं वह खुद ही हिंसा पर पलने वाले लोग है

नयी दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने केरल की घटनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जन रक्षा रैली को ‘हिंसा रक्षा रैली’ करार देते हुए आज कहा कि जो लोग दूसरों पर हिंसा का आरोप लगा रहे हैं वह खुद ही हिंसा पर पलने वाले लोग हैं।
भाजपा की रक्षा रैली के विरोध में यहां माकपा की एक विरोध रैली की अगुवायी करते हुए श्रीमती करात ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा के कार्यकर्ता केरल में राजनीतिक हिंसा का शिकार नहीं हो रहे हैं बल्कि वहां माकपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 2000 से लेकर 2016 के बीच केरल में माकपा के 85 नेता और कार्यकर्ताओं को आरएसएस के लोगों ने बेरहमी से मारा है।
भाजपा और आरएसएस हिंसा पर ही पलते हैं। साम्प्रदायिक आधार पर लोगों को बांटना, झूठे आरोप गढ़ना और हिंसा भडकाना ही इनका असली चरित्र है।
पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि केन्द्र की भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार आर्थिक मंदी,दलितों और अल्पसंख्यकों पर बढ़ रहे अत्याचार तथा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के पुत्र पर लगे आरोपों जैसे मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान बांटने के लिए यह सब हथकंडे अपना रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पिछले पांच दशक से केरल में खूनी राजनीति कर रहे हैं और अब इसका विस्तार पूरे देश में करने की फिराक में हैं।
पार्टी के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि भाजपा और आरएसएस केरल में खूनी राजनीति कर रहे हैं।
वह लोगों को माकपा के खिलाफ भड़का रहे हैं जो कि एक अलग राजनीतिक विचार धारा वाली पार्टी है न कि कोई असमाजिक संगठन है।
माकपा की इस रैली के पहले भाजपा ने आज दूसरे दिन भी राजधानी में माकपा कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस को पानी की तेज बौछार करनी पड़ी।
भाजपा का आरोप है कि केरल सरकार के इशारे पर वहां आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की नृशंस हत्या की जा रही है।


