दिल्ली के लिए आप और केंद्र के लिए भाजपा है लोगों की पसंद
राष्ट्रीय राजधानी में आठ फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ने के साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर रही है

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में आठ फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ने के साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) मतदाताओं के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। आईएएनएस-सीवोटर दिल्ली ट्रैकर मतदाता सर्वेक्षण के दूसरे चरण के निष्कर्षों से यह संकेत मिले हैं।
राष्ट्रीय राजधानी के 54.6 फीसदी लोगों का कहना है कि अगर दिल्ली में आज विधानसभा चुनाव होते हैं तो वह आम आदमी पार्टी (आप) को वोट देंगे।
वहीं दूसरी ओर, जब दिल्ली के लोगों से पूछा गया कि अगर आज लोकसभा चुनाव होते हैं तो वे किसे वोट देंगे? इस पर लोगों का रुझान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर देखने को मिला। इस प्रश्न के जवाब में 57.1 फीसदी लोगों ने केंद्र में भगवा पार्टी की सरकार बनाने के लिए अपनी सहमति जाहिर की।
दिल्ली में आठ फरवरी को निर्धारित विधानसभा चुनावों के लिए 54.6 फीसदी लोगों ने जहां आप को चुना, वहीं 27.3 फीसदी लोगों ने भाजपा का समर्थन किया। इसके अलावा महज 3.7 फीसदी लोग कांग्रेस को वोट देने के लिए राजी दिखे। इस बीच 1.3 फीसदी लोगों ने अन्य दलों को चुना, जबकि 13.1 फीसदी लोगों ने कोई स्पष्टता जाहिर नहीं की।
सी-वोटर से डॉ. यशवंत देशमुख ने आईएएनएस को बताया कांग्रेस पार्टी दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नुकसान को दूर करने में असमर्थ रही है, जबकि भाजपा एक विश्वसनीय मुख्यमंत्री उम्मीदवार को प्रोजेक्ट करने में असमर्थ रही है।
आईएएनएस-सीवोटर दिल्ली पोल ट्रैकर में 11 नवंबर 2019 से 14 जनवरी, 2020 तक दैनिक रूप से लोगों की राय ली जा रही है। इस दौरान केवल एक मौका ही ऐसा आया, जब लोगों ने आप सरकार के लिए अपना मत 50 फीसदी से कम दर्शाया।
केवल 30 दिसंबर 2019 को आयोजित सर्वे के दौरान दिल्ली के 49.9 फीसदी मतदाताओं ने आप के प्रति अपना समर्थन जताया। इसके अलावा सभी दिन आप को वोट देने वालों का फीसद 50 से ऊपर रहा।
इस अवधि के दौरान भाजपा के समर्थन में 23 से 29 फीसदी लोगों की राय रही। वहीं कांग्रेस के समर्थन में यह तीन से पांच प्रतिशत के बीच मंडराती रही। केवल डेटा संग्रह के अंतिम दिन कांग्रेस के पक्ष में छह फीसदी लोगों ने अपना विश्वास जताया।
आईएएनएस-सीवोटर की पहली भविष्यवाणी छह जनवरी को की गई थी। उस समय लोगों ने आप पार्टी द्वारा 59 सीटें जीतने की बात कही थी, जबकि भाजपा को महज आठ सीटें और कांग्रेस को तीन सीटें मिलने के पक्ष में कहा गया था।
इससे इतर जब दिल्ली के लोगों से पूछा गया कि अगर ऐसा कोई कारण हो कि आपको विधानसभा चुनाव में अपनी पसंदीदा पार्टी को वोट न देकर किसी अन्य पार्टी को वोट देना हो तो आप किसे देंगे? इस 37.5 फीसदी लोगों ने स्पष्टता जाहिर नहीं की।
इसके बाद भाजपा को 23.3 फीसदी लोगों ने पसंद किया। वहीं कांग्रेस पर 14.5 फीसदी ने विश्वास जताया।
सर्वेक्षण के इस दूसरे चरण में दिल्ली के शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में से कुल 2,326 मतदाताओं से बातचीत की गई।
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर आठ फरवरी को चुनाव होगा। इसके नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।


