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जम्मू-कश्मीर में भाजपा लोकतांत्रिक फैसले को पचाने के लिए तैयार नहीं : कांग्रेस

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले कांग्रेस ने भाजपा पर 'दुर्भावनापूर्ण कदम' उठाने का आरोप लगाया है

जम्मू-कश्मीर में भाजपा लोकतांत्रिक फैसले को पचाने के लिए तैयार नहीं : कांग्रेस
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नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले कांग्रेस ने भाजपा पर 'दुर्भावनापूर्ण कदम' उठाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वह इस तरह के नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए अपनी पूरी ताकत से काम करेगी।

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर में जनादेश को स्पष्ट खतरा है। कांग्रेस-एनसी गठबंधन ऐतिहासिक जीत की ओर है, लेकिन भाजपा लोकतांत्रिक फैसले को पचाने के लिए तैयार नहीं है और अपने पास उपलब्ध किसी भी माध्यम से इसे पलटने की योजना बना रही है। हम उनकी सभी गंदी चालों के प्रति सतर्क हैं और उन्हें हमारे लोकतंत्र का अपहरण नहीं करने देंगे। जनादेश को बदलने के लिए संस्थानों और केंद्र की शक्तियों का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"

वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम नरेश ने एक्स पोस्ट पर लिखा, "अपनी हार को देखते हुए भाजपा बहुमत हासिल करने के लिए बेताब खेल, खेल रही है और त्रिशंकु विधानसभा की उम्मीद कर रही है। वे जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने कांग्रेस-एनसी गठबंधन को स्पष्ट जनादेश दिया है। इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को खत्म करने के लिए उन्होंने अपनी स्वयं-घोषित फर्जी 'चाणक्य-नीति' के पुराने तरीकों का सहारा लिया है। हमारे पास यह कहने के लिए स्पष्ट जानकारी और आधार है कि जनता के जनादेश को नकारने के लिए दुर्भावनापूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। हम ऐसे नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।"

वहीं बीते दिनों जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर के नौकरशाहों से कहा कि वे आगामी निर्वाचित सरकार को कमजोर करने के किसी भी दबाव का विरोध करें।

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि, विधानसभा चुनाव में हार की आशंका के चलते उसने मुख्य सचिव को सरकार के कामकाज के नियमों में संशोधन करने का निर्देश दिया है, ताकि प्रमुख जिम्मेदारियां उपराज्यपाल (एलजी) को सौंपी जा सकें। उमर अब्दुल्ला के आरोपों के बाद गृह मंत्री कार्यालय ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए इसे खारिज कर दिया था।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान हुआ हैं। चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।


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