किसान आंदोलन के खिलाफ बीजेपी कर रही है अनर्गल प्रचार: दीपंकर भट्टाचार्य
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर किसान आंदोलन के विरुद्ध अनर्गल प्रचार करने का आरोप लगाया

पटना। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा-माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर किसान आंदोलन के विरुद्ध अनर्गल प्रचार करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वह छोटे बनाम बड़े कृषकों की बहस खड़ा करके आंदोलन को दिगभ्रमित करने की कोशिश कर रही है।
भट्टाचार्य ने शुक्रवार को यहां भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के. डी. यादव, भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम और वरिष्ठ नेता राजाराम की उपस्थिति में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे देशव्यापी किसान आंदोलन के खिलाफ भाजपा का अनर्गल प्रचार लगातार जारी है। अब वह छोटे बनाम बड़े किसानों की बहस खड़ा करके आंदोलन को दिगभ्रमित करने की कोशिश कर रही है।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि यह हर किसी को पता है कि भाजपा का छोटे और बटाईदार किसानों के प्रति क्या रूख है। इन किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ भी नहीं मिलता है। बिहार ने भाजपा की इस चुनौती को स्वीकार किया है। यहां के छोटे-बटाईदार किसान उसी तरह से आंदोलन में उतरने लगे हैं, जैसे पंजाब के किसान। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की केंद्रीय मांग के साथ-साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी दर्जा, कृषि उत्पाद बाजार समिति (एपीएमसी ) अधिनियम की पुनर्बहाली और छोटे-बटाईदार किसानों को प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ प्रदान करने जैसे मुद्दों के इर्द-गिर्द यहां के किसानों की गोलबंदी आरंभ हो गई है। 18 मार्च को एक बार फिर पटना की सड़क पर यह गोलबंदी दिखेगी।
भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार आज पूरी तरह शराब माफियाओं एवं अपराधियों के चंगुल में है। उनकी पार्टी के विधायकों ने मजबूती से विधानसभा के अंदर मंत्री रामसूरत राय के खिलाफ आवाजें उठाईं। उनके पिता के नाम पर स्थापित विद्यालय में छापेमारी में बड़ी मात्रा में शराब बरामद हुई थी। आज पूरे बिहार में राजनेता-प्रशासन एवं शराबमाफियाओं के गठजोड़ से शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है लेकिन सरकार शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने की बजाए गरीबों को परेशान कर रही है।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि अपराध की घटनाओं में भी लगातार वृद्धि हो रही है चाहे शराब माफियाओं द्वारा एक दारोगा की हत्या का मामला हो अथवा संझौली में दिनदहाड़े अपराधियों द्वारा गोली मारकर आतंक पैदा करने की कोशिशें। उनकी पार्टी की मांग है कि सरकार शराब माफियाओं पर लगाम लगाए। उन्हाेंने कहा कि कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। पश्चिम बंगाल पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। इन चुनावों में उनकी पार्टी भाजपा विरोधी एक जोरदार राजनीतिक अभियान छेड़ेगी। भाजपा को सत्ता में आने से रोकना हमारा पहला मकसद है। उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में 12, तमिलनाडु में 12, पांडिचेरी में एक और असम में पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है। अपनी सीटें जीतने के अलावा वह भाजपा को हराने का अभियान चलाएगी।
भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी पार्टी 15 मार्च को किसान एवं ट्रेड यूनियन संगठनों के संयुक्त आह्वान पर 15 मार्च को निजीकरण विरोधी मजदूर-किसान एकता दिवस मनाने के फैसले का सवागत और समर्थन करती है। वह बिहार के मजदूर-किसानों एवं युवाओं से आह्वान करते हैं कि वे अपनी पूरी ताकत से 15 मार्च के कार्यक्रम को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि 26 मार्च को किसान आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद का ऐलान किया है। उनकी पार्टी भारत बंद का पूरी तरह समर्थन करती है और बिहार के तमाम नागरिकों से किसान आंदोलन के समर्थन में भारत बंद को सफल बनाने की अपील करती है।


