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भाजपा नफरत और भेदभाव की राजनीति करती है : ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पर ‘नफरत और भेदभाव’ की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि मौजूदा समय में देश में भय का माहौल है

भाजपा नफरत और भेदभाव की राजनीति करती है : ममता
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी पर ‘नफरत और भेदभाव’ की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि मौजूदा समय में देश में भय का माहौल है।

सुश्री बनर्जी ने खेलश्री पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश में भय का माहौल है। भाजपा की निंदा करने वालों को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के जरिये धमकाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पैसे के लिए स्टिंग ऑपरशन किये जा रहे हैं। कम्प्यूटर से लेकर इंटरनेट, मोबाइल फोन से लेकर बैंक सभी जगह लोगों की निजता पर हमले किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के कारण उद्योग प्रभावित हो रहे हैं। आर्थिक संरक्षण की कमी के कारण खेल और सांस्कृतिक क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

उन्होंने कहा कि अगर कोई क्लबों की मदद करना चाहता, तो बाधा उत्पन्न की जा रही है। सीबीआई उसे धमका रही है। लोग भयभीत हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए केंद्र सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर रहा है, इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे लोग स्टिंग ऑपरेशन करवाने के लिए पैसे खर्च कर रहे हैं। वे लोग दोस्तों, दंपतियों, पत्रकारों, न्यायाधीशों और उद्योगपतियों के निजी बातचीत को रिकॉर्ड किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, “हम दुर्गा पूजा, क्रिसमस,ईद और बुद्ध पूर्णिमा का आयोजन करते हैं। हम सभी त्योहारों में शामिल होते हैं। यह हमारा गौरव है।”

उन्होंने कहा कि बंगाल की रीति है कि भले ही हमें भूखे रहना पड़े हम अपने भोजन को दूसरे के साथ साझा करेंगे। हम अपने युवाओं से चाहते हैं कि वे विश्व में पर जीत हासिल करे। वे लोग हमारे गौरव हैं। उन्होंने कहा, “हम अपने देश से प्यार करते हैं और हम किसी को भी इसे बांटने नहीं देंगे। किसी का सरनेम उसकी पहचान नहीं हो सकती है। हम स्वामी विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस और नेता जी के सिद्धांत तथा रविंद्रनाथ टैगोर एवं नजरुल के आदर्श में विश्वास करते हैं। हम एकता तथा सौहार्द में विश्वास करते हैं।”
उन्होंने कहा, “क्या कोई कभी पूछता है कि गांधीजी गुजराती थे या बंगाली? नहीं, गांधीजी गांधीजी थे। जो व्यक्ति सभी को साथ लेकर चलता है, वह राष्ट्र का नेता बन सकता है।”


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