भाजपा सरकार का विकास सिर्फ कागजों तक : ललित
राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर द्वारा अगवानपुर से बसंतपुर तक की सड़क के किए गए शिलान्यास के बाद भी उस पर कार्य चालू न होने के कारण स्थानीय लोगों में स्थानीय भाजपा सरकार के खिलाफ रोष पनपने लगा....

फरीदाबाद। लगभग चार माह पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर द्वारा अगवानपुर से बसंतपुर तक की सड़क के किए गए शिलान्यास के बाद भी उस पर कार्य चालू न होने के कारण स्थानीय लोगों में स्थानीय केंद्रीय राज्यमंत्री व भाजपा सरकार के खिलाफ रोष पनपने लगा है। इसी को लेकर आज स्थानीय लोगों ने सरकार के खिलाफ विशाल रोष मार्च निकालकर अपना गुस्सा जाहिर किया। इस रोष प्रदर्शन में क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ललित नागर ने स्वयं हिस्सा लेकर प्रदर्शनकारियों की अगुवाई की और सड़क पर बैठकर अपना रोष जाहिर किया।
इस दौरान लोगों ने कृष्णपाल गुर्जर व भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उक्त रोष मार्च अगवानपुर से शुरू होकर बसंतपुर तक व बसंतपुर से ईस्माईलपुर पर जाकर समाप्त हुआ और इस रोष मार्च में स्थानीय लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। युवा नेता अन्नू भड़ाना व लोगों ने आरोप लगाया कि चार माह पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने इस तीन किलोमीटर लम्बी सड़क का यह कहकर शिलान्यास किया था कि यह सड़क एक माह में बनकर तैयार हो जाएगी परंतु चार माह बीतने के बाद भी सड़क की हालत जर्जर है और जिस ठेकेदार को इस सड़क को बनाने का जिम्मा दिया था वह सड़क पर डाली गई मिट्टी व मलबा उठाकर ले गया, जिससे सड़क पर 3-3 फुट गड्ढ़े हो गए और आए दिन सड़क हादसे होते रहते है।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक ललित नागर ने भाजपा सरकार व केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर की कार्यशैली पर हल्ला बोलते हुए कहा कि सरकार का विकास केवल कागजों तक सिमटकर रह गया है, सरकार का सबका साथ-सबका विकास का नारा पूरी तरह से बेमानी साबित हो रहा है, कहीं पर कोई विकास नहीं हो रहा है बल्कि पूर्व की कांग्रेस सरकार में पारित हुई विकास की परियोजनाओं का शुभारंभ करके भाजपाई झूठी वाहवाही लूट रहे है। नागर ने कहा कि भाजपा सरकार सोची समझी रणनीति के तहत कांग्रेसी विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों के साथ विकास में भेदभाव बरत रही है, जो कि किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पल्ला पुल से बसंतपुर तक लगभग 30 कालोनियां बसी हुई है, जिनके विकास के लिए वह सड़क से लेकर विधानसभा में कई बार आवाज उठा चुके है लेकिन ढाई वर्ष बीतने के बावजूद भी सरकार इन कालोनियों में कोई विकास नहीं करवा पाई है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर 'आगे दौड़ पीछे छोड़ वाली कहावत सही चरितार्थ हो रही है, वह आए दिन विकास के नारियल तो फोड़ जाते है परंतु उसके बाद वापिस मुड़कर भी नहीं देखते कि वह कार्य पूरा हुआ भी है या नहीं।


