मूणत मंत्री थे तब भाजपा सरकार ने ही चौपाटी का प्रस्ताव बनाया था, अब धरना दे रहे : महापौर
साइंस कॉलेज ग्राउंड में यूथ हब और चौपाटी बनाई जा रही है। भाजपा सरकार के वक्त लोनिवि मंत्री रहे राजेश मूणत इसका विरोध कर रहे हैं

रायपुर। साइंस कॉलेज ग्राउंड में यूथ हब और चौपाटी बनाई जा रही है। भाजपा सरकार के वक्त लोनिवि मंत्री रहे राजेश मूणत इसका विरोध कर रहे हैं। मूणत ने साइंस कॉलेज के पास धरना शुरू कर दिया है। गुरुवार को भाजपा के इस विरोध प्रदर्शन का जवाब खुद निगम माहापौर एजाज ढेबर ने दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट का मूणत विरोध कर रहे हैं, इसका प्रस्ताव बना ही भाजपा के वक्त था।।
महापौर ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा ग्राउंड के पास यूथ हब और चौपाटी का प्रस्ताव 8- 6- 2018 को लाया गया। तब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। जनप्रतिनिधी राजेश मूणत खुद मंत्री थे, अब विरोध कर रहे हैं ये समझ से परे है। ये तो दोहरा आचरण है। जब सरकार में थे तो खुद बनवा रहे थे, अब सरकार चली गई तो धरना दे रहे हैं।
ढेबर ने आगे कहा- मूणत जी मैं समझ पा रहा कि 2018 में प्रस्तावित प्रोजेक्ट आज 2023 में कैसे विवाद में ले लिया गया्।। कैसे अब विरोध कर रहे हैं। आप ही अफसरों को लेकर गए , प्रोजेक्ट तय किया। एजेंसी तय की। तब किसी कारण से काम शुरू नहीं हुआ अब काम हो रहा है तो विरोध कर रहे हैं। उन्हीं की सरकार ने साइंस कॉलेज के पास करीब 24 करोड़ खर्च करके हॉकी स्टेडियम बनवाया आज तक वहां एक भी मैच नहीं हुआ, मैच तो दूर प्रैक्टिस तक नहीं होती। क्या वो स्टेडियम मूणत के लिए बना था क्या, करोड़ों रुपए पानी में बहा दिया।
झूठ बोलने में डॉक्ट्रेट
मूणत आरोप लगा रहे हैं कि यूथ हब में चौपटी लाकर महापौर अपने लोगों को काम देना चाहते हैं। जवाब में महापौर ने कहा कि यूथ हब के प्रोजेक्ट में चौपाटी उन्हीं की सरकार बनाने जा रही थी। जैसे पी एच डी करने वालों को डॉक्टर की उपाधी दी जाती है, वैसे ही झूठ बोलने की उपाधि भाजपा नेताओं के पास है। अब सरकार चेंज हुई तो चौपाटी नहीं थी कर रहे हैं। और कोई अपने आदमी को कैसे ले आएगा, पूरी प्रक्रिया होती है टेंडर की, जो टेंडर के नियमों को पूरा करेगा उसी को जगह मिलेगी।
मीटिंग तय की मगर नहीं आए
महापौर ने कहा कि मूणत ने हमसे समय मांगा, मुझे चिट्?ठी लिखी थी। मैंने चिट्?ठी के जवाब में कहा कि किसी भी वक्त आकर मुझ से मिलें, मैं बात करने को राजी था। मगर मूणत नहीं माने, वो आए ही नहीं। हमसे सवाल जवाब करते हम तो राजी थे। ऐसे प्रदर्शनों से कुछ नहीं होता है, चुनाव आ रहे हैं, सबको अपनी कुर्सी खिसकती दिख रही है। बात करने से हो सकता कि हल निकलता, इनका सिर दुख रहा है पेट के डॉक्टर के पास जा रहे हैं। तो सिर दर्द कैसे ठीक होगा, बैठकर बात करेंगे तो समस्या का समाधान होगा। हमारा एक ही एजेंडा हम रायपुर का विकास चाहते हैं। इनका टिकट का एजेंडा है इसलिए ये धरना प्रदर्शन और विरोध हो रहा है।


