नौजवानों को रोजगार मुहैया कराने में भाजपा सरकार फेल : लल्लू
भाजपा ने अपने लोक संकल्प पत्र में 70 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही थी जबकि पिछले दो साल में मात्र 2.12 प्रतिशत नौजवानों को ही रोजगार मिला है

लखनऊ । कांग्रेस का दावा है कि उत्तर प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है और सरकार नौजवानों को रोजगार मुहैया कराने में फीसड्डी साबित हुई है।
विधानसभा में प्रश्न पहर और नियम 56 के अंतर्गत परिचर्चा में कांग्रेस विधानमंडल दल के मने शुक्रवार को कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश के नौजवानों के साथ छलावा किया है। उसने अपने लोक संकल्प पत्र में 70 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही थी जबकि पिछले दो साल में मात्र 2.12 प्रतिशत नौजवानों को ही रोजगार मिला है।
उन्होने कहा कि देश में ग्रामीण क्षेत्र तथा शहरी क्षेत्र में क्रमशः 3.4 तथा 4.4 फीसदी बेरोजगारी दर है जबकि उत्तर प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र की बेरोजगारी दर 5.8 और शहरी क्षेत्र की बेरोजगारी दर 6.5 है जो बहुत ही चिंताजनक है।
लल्लू ने कहा कि सरकार ने अनुदेशकों के मानदेय को बढाकर 17 हजार रूपये प्रतिमाह का वादा किया था और अभी तक उनको नहीं दिया गया। इसी तरह से उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद अभी तक 4000 उर्दू शिक्षकों की भर्ती नहीं हुयी है।
इंसेफिलाइटिस की रोकथाम पर सरकार के विफल रहने का आरोप लगाते हुये कांग्रेसी नेता ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कालेज में जानलेवा बीमारी से मरने वाले बच्चों की तादाद 2016 में 26़ 16 फीसदी, 2017 में 22़ 69 फीसदी थी जो इस साल बढकर 28 प्रतिशत हो चुकी है।
उन्होने कहा कि पूर्व की भांति अब इंसेफिलाटिस के मरीजों के हर रोज जारी किये आंकडे सार्वजनिक नहीं किये जा रहे हैं। बीआरडी मेडिकल कालेज में 500 बिस्तर वाला बाल संस्थान भी अब तक बन कर तैयार नहीं हो सका है। इस बीमारी से प्रभावित 38 जिलों में मिनी पेडियाट्रिक आईसीयू पर दो बाल रोग विशेषज्ञ और तीन प्रशिक्षित नर्स की तैनाती का काम भी अब तक नहीं हो सका है।


