Top
Begin typing your search above and press return to search.

भाजपा ने गुंटूर के जिन्ना टॉवर का नाम बदलने की मांग की

भाजपा के आंध्र प्रदेश प्रमुख सोमू वीरराजू ने गुरुवार को गुंटूर के जिन्ना टॉवर का नाम बदलने की मांग की

भाजपा ने गुंटूर के जिन्ना टॉवर का नाम बदलने की मांग की
X

गुंटूर। भाजपा के आंध्र प्रदेश प्रमुख सोमू वीरराजू ने गुरुवार को गुंटूर के जिन्ना टॉवर का नाम बदलने की मांग की। इस टॉवर का नाम पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना के नाम पर रखा गया है। वीरराजू ने कहा कि चूंकि जिन्ना भारत के विभाजन का कारण थे, इसलिए राज्य सरकार को टॉवर का नाम बदलना चाहिए।

उन्होंने सवाल उठाया, "हम किसी टावर या क्षेत्र के लिए एक ऐसे व्यक्ति के नाम का उपयोग कैसे जारी रख सकते हैं, जो देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार था।"

भाजपा नेता ने कहा कि जहां भी देशद्रोहियों के नाम हैं, उन्हें हटा दिया जाना चाहिए।

इस बीच, तेलंगाना में भाजपा विधायक राजा सिंह ने भी मांग की कि आंध्र प्रदेश सरकार जिन्ना टॉवर का नाम तुरंत बदले।

उन्होंने कहा, "आप एक ऐसे व्यक्ति के नाम का इस्तेमाल कैसे जारी रख सकते हैं जो देश के बंटवारे और कई लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है।"

हैदराबाद में गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक राजा सिंह ने मांग की कि टॉवर का नाम स्वतंत्रता सेनानी अबुल कलाम या गुरराम जशुआ के नाम पर रखा जाए।

गुंटूर में जिन्ना टॉवर शहर का मुख्य सीमा-चिह्न् माने जाने वाले महात्मा गांधी रोड स्थित एक प्रमुख स्थल है। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धों और संघर्षो के बावजूद यह टॉवर शांति और सद्भाव के प्रतीक के रूप में खड़ा है।

स्वतंत्रता पूर्व युग में जिन्ना के सम्मान में बनाया गया टॉवर छह स्तंभों पर खड़ा है और एक स्तंभ में बना रास्ता गुंबद में जाने के लिए खुलता है। इस टॉवर को इस्लामी वास्तुकला का प्रतीक माना जाता है।

इतिहासकारों के अनुसार, जिन्ना के प्रतिनिधि जुदालियाकत अली खान की गुंटूर यात्रा के बाद एक स्थानीय मुस्लिम नेता लाल जन बाशा ने इस टॉवर का निर्माण कराया था।

इससे पहले, विरासत कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों की लापरवाही के कारण टॉवर के कुछ हिस्सों के ढहने पर चिंता जताई थी और इसकी सुरक्षा की मांग की थी।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it