प्रदेश में भाजपा-कांग्रेस का विकल्प सपा होगी- अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के प्रदेश दौरे को आगामी विधानसभा चुनाव से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दीपावली बाद वे एक बार फिर यहां आएंगे

रायपुर। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के प्रदेश दौरे को आगामी विधानसभा चुनाव से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दीपावली बाद वे एक बार फिर यहां आएंगे।
सूत्रों की माने तो यूपी की तर्ज पर छग में भी यादव समाज को एकजुट कर उन्हें सपा से जोड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं, ताकि प्रदेश में पार्टी को कांग्रेस-भाजपा के विकल्प के तौर पर स्थापित किया जा सके। अख्रिलेश के यादव सम्मेलन में आने का मकसद भी मुख्य रूप से यही है। वहीं दूसरी ओर नवीन गुप्ता से प्रदेश में पार्टी की संभावनाओं को लेकर चर्चा की गई। जनहित से जुड़े मामलों को लेकर तेजी से कार्य करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा प्रदेश में संगठन को मजबूत करने कवायद की जा रही है। अगले माह राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद छग प्रदेश के पदाधिकारियों की घोषणा होने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में मिली शिकस्त के बाद अखिलेश यादव अब सपा का विस्तार अन्य राज्यो ंमें करना चाहते हैं ताकि पार्टी को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा मिल सके। लिहाजा छग सहित अन्य राज्यों में सपा की संभावनाएं तलाश रहे हैं। केंद्रीय नेतृत्व ने अब तक इन राज्यों में ध्यान नहीं दिया। उप्र तक ही पार्टी को सीमित रखा।
केंद्रीय नेतृत्व की अनदेखी के चलते अन्य राज्यों में सपा मजबूती के साथ सामने नहीं आ पाई। यूपी में कलह के बाद पार्टी को अब अपने अस्तित्व की चिंता सता रही है। लिहाजा अन्य राज्यों में विस्तार की योजना बनाई गई है, इसी रणनीति के तहत यादव महासम्मेलन में शामिल होने रायपुर आए थे। प्रदेश में यादव समाज के नेता कांग्रेस व भाजपा से जुड़े है। इसे देखते हुए यादव समाज को सपा से जोड़ने की मुहिम शुरु की गई है।
प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने वाले है। वर्ष 2014 के चुनाव में पार्टी ने करीब 35 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे किसी भी सीट पर उसे सफलता नहीं मिली। पार्टी अपने वोट बैंक को बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है, उसका प्रयास है कि 7 से 10 फीसदी वोट लेकर चुनाव में कांग्रेस- भाजपा के समीकरण को बिगाड़ना है।
पहली बार पार्टी ने यूपी के दो नेताओं को छग का प्रभारी बनाकर भेजा है ताकि सपा को मजबूत किया जा सके। सदस्यता अभियान चलाने के बाद अब संगठन का विस्तार करने की तैयारी है। 5 अक्टूबर को सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है। इसके बाद यहां से प्रदेश व जिला पदाधिकारियों की घोषणा की जा सकती है। इसके बाद कार्यकर्ताओं का सम्मेलन होगा जिसमें अखिलेश यादव शामिल होंगे।
विधानसभा चुनाव में किसी तरह काम करना है इसकी ट्रेनिंग देने यूपी के नेताओं को यहां भेजा जाएगा। यादव सम्मेलन के बहाने रायपुर आए सपा प्रमुख ने छग में पार्टी की संभावनाओ को लेकर नेताओं से रायशुमारी की है। वे विशुद्ध रुप से समाज के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। इसके बावजूद उन्होंने सपा नेता नवीन गुप्ता को अच्छा कार्य करने और पार्टी का विस्तार करने का निर्देश दिया है इससे यह माना जा रहा है कि आने वाले समय में उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।


