Top
Begin typing your search above and press return to search.

मप्र के 41 जिलों में भाजपा का जीत का दावा, कांग्रेस ने लगाए आरोप

मध्य प्रदेश में जिला पंचायतों के अध्यक्षांे के चुनाव शुक्रवार को भारी गहमागहमी और हंगामें के बीच हुए

मप्र के 41 जिलों में भाजपा का जीत का दावा, कांग्रेस ने लगाए आरोप
X

भोपाल। मध्य प्रदेश में जिला पंचायतों के अध्यक्षांे के चुनाव शुक्रवार को भारी गहमागहमी और हंगामें के बीच हुए। राज्य के 51 जिला पंचायत अध्यक्षों में से 41 पर भाजपा ने अपनी जीत का दावा किया है, वहीं कांग्रेस ने जिला पंचायत के अध्यक्षों के चुनाव में सरकार और भाजपा पर प्रषासन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। राज्य में शुक्रवार को जिला पंचायत के अध्यक्षों के चुनाव को लेकर सुबह से ही गहमा-गहमी थी। कई सदस्यों के लापता होने की बात सामने आई। नेताओं का निर्वाचन स्थलों पर जमावड़ा रहा। सबसे ज्यादा तनाव रहा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह आमने-सामने आ गए। इसके अलावा पुलिस जवानों और नेताओं के बीच भी धक्कामुक्की हुई। देापहर बाद आए नतीजों से भाजपा खुश है वहीं कांग्रेस आरोप लगा रही है।

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने जिला पंचायत चुनावों में 41 जिलों में भाजपा समर्थित अध्यक्ष चुने जाने पर पार्टी नेतृत्व और कार्यकतार्ओं को बधाई देते हुए कहा कि 51 जिला पंचायतों में से भारतीय जनता पार्टी ने 41 स्थानों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर प्रचंड बहुमत का इतिहास बनाया है। इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उन गरीब कल्याण की नीतियों और योजनाओं को जाता है जिन्हें हमारे कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि गांव गांव तक पहुंचाने में सफल हुए है। उन्होंने कहा कि यह जीत हमारे नेतृत्व के प्रति जनता के विश्वास की जीत है। 65 हजार बूथों पर हमारे कार्यकर्ताओं ने अथक मेहनत की, जिसके कारण जिला पंचायत चुनाव में 81 प्रतिशत से उपर भाजपा जीतकर आयी है।

शर्मा ने आगे कहा कि नगरीय निकाय चुनाव, जनपद चुनाव और आज जिला पंचायत चुनाव में भाजपा को अपार सफलता मिली है। जनता ने केन्द्र और राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को समर्थन दिया, जिसके बल पर आज ग्रामीण निकायों में भाजपा समर्थित उम्मीदवार बडी संख्या में जीते हैं। इस जीत से भारतीय जनता पार्टी की ताकत और बढ़ी है, साथ ही हमारी जिम्मेदारियां भी बढ़ी हैं।

उन्होंने मतदाताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि आम जनमानस ने भाजपा पर जो विश्वास जताया है, उस विश्वास पर हम खरा उतरेंगे। ग्रामीण निकायों में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ हमारे सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को और नीचे तक ले जाने का काम करेंगे।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण निकाय के चुनाव में भी कई स्थानों पर बूथ और मंडल में काम करने वाले कार्यकर्ता जिला पंचायत के अध्यक्ष बने है। पन्ना जिले के सिमरिया मंडल की सामान्य कार्यकर्ता और बूथ अध्यक्ष पुष्पराज सिंह की धर्मपत्नी मीना राजे जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं। इसी प्रकार अनेक स्थानों पर बूथ, मंडल और जिले के कार्यकर्ता अध्यक्ष, उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।

वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने भाजपा और सरकार पर गंभीर आरेाप लगाते हुए कहा, प्रदेश में आज हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सत्ताधारी दल द्वारा पुलिस प्रशासन, पैसा और बेईमानी का जिस कदर इस्तेमाल किया गया वह मध्य प्रदेश के लोकतांत्रिक इतिहास पर कलंक है। सत्ता के इतने दुरुपयोग के बावजूद बड़ी संख्या में कांग्रेस अपने जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाने में सफल रही। लेकिन इससे बड़ी संख्या उन जिलों की है जहां सीधे तौर पर कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष बनने थे, लेकिन शिवराज सरकार ने बेईमानी से उन्हें हरा दिया गया।

कमलनाथ ने कहा कि मैं प्रदेश की जनता से आग्रह करता हूं कि वह निष्पक्ष होकर भाजपा के चाल चेहरा और चरित्र को देखे। प्रदेश की जनता यह भी देखें कि मुख्यमंत्री की संवैधानिक कुर्सी पर बैठे व्यक्ति किस तरह से अपने संरक्षण में अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कार्य करा रहे हैं। धनादेश के बल पर भाजपा जनादेश का सरासर उल्लंघन कर रही है, 14 महीने बाद प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं उस समय प्रदेश की जनता और कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता को इस अन्याय का बदला लेना है, और सत्य का साथ देना है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it