भाजपा के बाउंसर से 'ईसी' बोल्ड
भाजपा आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तिथि चुनाव आयोग से पहले ही घोषित कर दी

नई दिल्ली। भाजपा आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तिथि चुनाव आयोग से पहले ही घोषित कर दी। जिस पर चौतरफा बवाल हुआ है। इस पर भाजपा को विपक्ष के सवालों का सामना करना पड़ रहा है। मालवीय की घोषणा के बाद यही तिथि चुनाव आयोग ने घोषित की। इस घटना को लेकर निर्वाचन आयोग (इलेक्शन कमीशन) को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। चुनाव की तिथि 'लीक' होने के सवाल पर मुख्य चुनाव आयुक्त ओ.पी रावत ने पहले तो मालवीय द्वारा घोषित चुनाव तिथि को अनुमान कहकर खारिज कर दिया, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि आयोग इस मामले की जांच करेगा और उचित कार्रवाई करेगा।
रावत ने कहा कि ये अनुमान है। आप अनुमानों को नहीं रोक सकते। मैं तिथियां घोषित करता हूं और फिर देखते हैं कि क्या वे वही तिथियां हैं। लेकिन अगर कुछ लीक हुआ है तो चुनाव आयोग इसकी जांच करेगा। हालांकि, उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में जब तिथियों की घोषणा की तो मतदान की तिथि 12 मई थी, जिसकी घोषणा मालवीय ने भी ट्वीट की थी।
लेकिन मतगणना की तिथि अलग-अलग थी। उधर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी को 'सुपर इलेक्शन कमीशन' करार देते हुए आज कहा कि निर्वाचन आयोग से पहले ही कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा करने के लिए इस पार्टी के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करके कहा है कि यह चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को सीधी चुनौती है। उन्होंने सवाल किया कि क्या अब चुनाव आयोग भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को नोटिस जारी करेगा और आयोग की गोपनीय सूचना लीक करने के लिए भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाएगा।
श्री सुरजेवाला ने कहा,'क्या भाजपा संवैधानिक संस्थाओं का डाटा भी चुरा रही है।' इस बीच कर्नाटक से सांसद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भाजपा मतदान की तिथियों के बारे में चुनाव आयोग को निर्देश दे रही है। मामले पर विवाद को बढ़ता देख चुनाव आयोग ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव की खबरें लीक होने की घटना की जांच के लिए आज एक समिति गठित कर दी है और इस संबंध में मीडिया तथा लोगों से इस बारे में जानकारी मांगी है।
आयोग ने भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय द्वारा आज चुनाव आयोग की घोषणा से पहले सोशल मीडिया पर चुनाव की तिथि को ट्वीट करने की घटना के कुछ ही घंटे बाद कार्रवाई करते हुए एक जांच समिति गठित कर दी। समिति इस जांच की रिपोर्ट सात दिन के भीतर आयोग को पेश कर देगी। आज शाम आयोग द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, श्री मालवीय ने आयोग की घोषणा से कुछ मिनट पहले ही ट्वीट कर जानकारी दी कि कर्नाटक के चुनाव 12 मई को होंगे और नतीजों की गिनती 18 मई को होगी।


