छठ पर भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर किया हमला
भाजपा की एक विज्ञप्ति में कहा गया है दिल्ली में लाखों लोग छठ पूजा पर यमुना के किनारे छठ घाटों पर पूजा अर्चना करते हैं

नई दिल्ली। छठ पर दिल्ली की यमुना में पानी की कमी को देखते हुए अब दिल्ली के सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के आग्रह पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लाखों छठ व्रत धारियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए हरियाणा से दिल्ली के लिए अतिरिक्त पानी छोडऩे का भरोसा दिया है। मनोज तिवारी ने इस संदर्भ में हरियाणा सरकार को पत्र भी लिखा और आज फोन पर भी बात के बाद बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने छठ पर्व पर दिल्ली को दो दिन अतिरिक्त पानी देने की स्वीकृति दी है।
भाजपा की एक विज्ञप्ति में कहा गया है दिल्ली में लाखों लोग छठ पूजा पर यमुना के किनारे छठ घाटों पर पूजा अर्चना करते हैं, सफाई की उचित व्यवस्था ना होने के कारण यमुना का गंदा पानी न सिर्फ व्रतधारियों की सेहत के लिए खतरनाक है बल्कि गंदे पानी के कारण पूजा करने आए लोगों को पूजा भी खंडित होती है। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने इस ओर बिल्कुल ध्यान नही दिया है। ऐसे में यदि हरियाणा सरकार अतिरिक्त पानी देती है तो लोगों को स्वच्छ निर्मल जल मिल सकेगा।
पूरी दिल्ली में डीडीए पार्को में बड़ी संख्या में अस्थाई छठ घाट बनाए जाते हैं जिसके लिए कुछ औपचारिकताएं पूरी कर घाटों का निर्माण होता है जिसके लिए भी केजरीवाल सरकार में कोई सक्रियता नही दिख रही है और काम बाधित है। उन्होने ने डीडीए उपाध्यक्ष यूपी सिंह से सोमवार तक सभी औपचारिकताएं पूरी करने का अनुरोध किया है।
श्री तिवारी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार छठ घाटों की तैयारी को लेकर कोरी बयानबाजी कर रही है और राजनीतिक विद्वेष के तहत छठ पूजा पर राजनीति करना चाहती है इसलिए लाखों व्रतधारियों की आस्था को दिल्ली सरकार की कोरी बयानबाजी पर नहीं छोड़ा जा सकता उन्होंने दिल्ली के तीनों निगमों के महापौरों को छठ घाटों के निरीक्षण के साथ साथ सफाई व्यवस्था को सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है। श्री तिवारी रविवार को दूसरा पुशता, सोनिया विहार पर बन रहे छठ घाट की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे और नगर निगम कर्मियों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ छठ घाट पर स्वच्छता के लिए श्रमदान भी करेंगे। वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा किछठ घाटों पर व्यवस्था के नाम पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार केवल हवाबाजी कर रहे हैं और छठ घाटों पर अव्यवस्था है जबकि केजरीवाल सरकार ने 180 छठ घाटों को पक्का करने का अपना वायदा न निभाकर 60 लाख पूर्वांचलवासियों के साथ छल किया है।


