गुजरात चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस जारी करेंगे मैनिफेस्टो
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ भाजपा और कांग्रेस दोनो अपने घोषणा पत्र अगले सप्ताह जारी करेंगे।
अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ भाजपा और कांग्रेस दोनो अपने घोषणा पत्र अगले सप्ताह जारी करेंगे।मजेदार बात यह है कि चुनाव के लिए टिकटों की घोषणा में भी अंतिम क्षणों तक पहले आप पहले आप की तर्ज पर चलने वाली दोनो पार्टियों ने घोषणा पत्र के मामले में कुछ ऐसा ही रवैया अपना रखा है।
चुनाव में अब चंद दिन रहने के बावजूद इसे जारी नहीं किया गया है। कांग्रेस ने आज कहा कि यह अपना घोषणा-पत्र (मैनिफेस्टो)आगामी 5 या 7 दिसंबर को जारी करेगी और इसमें राज्य के किसानों की कर्ज माफी, सबके लिए सस्ते आवास जैसी बाते शामिल होंगी।
दूसरी ओर भाजपा ने इसके लिए किसी तिथि की जानकारी नहीं देते हुए कहा कि यह अगले सप्ताह हो जायेगा।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता भरत पंडया ने कहा कि घोषणा पत्र तैयार है इसे अगले सप्ताह तक जारी कर दिया जायेगा।चूकि भाजपा सत्तारूढ पार्टी है इसलिए यह इस मामले में कांग्रेस जैसा ‘काेई भी और कुछ भी वादा’ करने वाला गैर जिम्मेदाराना रवैया नहीं अपना सकती।
दूसरी ओर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तथा घाेषणा पत्र समिति के संयोजक दीपक बाबरिया ने आज बताया कि शुरूआत में इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और गैर सरकारी संगठनों यानी एनजीओ से चर्चा हुई थी पर श्री राहुल गांधी ने इसके लिए सार्वजनिक सुनवाई (पब्लिक हियरिंग) की तर्ज पर लोगों से मिल कर और सैम पित्रोदा जी की मदद से काम करने का निर्देश दिया था।
दोबारा पार्टी ने इसके लिए हर किसी की बात सुनी है।
अब इसे नये सिरे से संकलित किया जा रहा है। यह आने वाली कांग्रेस सरकार के कामकाज का पूरा रोड मैप होगा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष दोषी ने यूनीवार्ता को बताया कि इसे पांच या सात दिसंबर को जारी कर दिया जायेगा। इसमें करीब एक सप्ताह का विलंब मुख्यत: दो तीन कारणों से हुआ है।
राहुल जी ने कड़ाई से इसमें सिर्फ ऐसे ही वायदे रखने को कहा है जिन्हें पूरा करना संभव हो। इसमें जुमलेबाजी की जगह नहीं होगी।
इसके बाद पहले से तैयार घोषणा पत्र से कई बातें निकाली भी गयी हैं।उनके निर्देश के बाद इस पर दोबारा काम करना पड़ा है।घोषणा पत्र समिति के प्रमुख राज्यसभा सांसद मधुसूदन मिस्त्री के पुत्र की मौत से भी इसे तैयार करने की गति पर असर पड़ा।
इसमें लोगों के मुद्दे डालने के लिए भी इस पर बाबरिया और पित्रोदा ने दोबारा मेहनत की है।
बाबरिया ने कहा कि इसमें भाजपा जैसे हवाई वादे नहीं होंगे।इसमें गुजरात के किसानों की कर्ज माफी, सबके लिए सस्ते आवास, कौशल विकास, शिक्षा तथा स्वास्थ्य के अंधाधुंध निजीकरण पर रोक जैसी बातें शामिल होंगी।
ज्ञातव्य है कि गुजरात में नौ और 14 दिसंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे तथा मतगणना 18 दिसंबर को होगी पर सत्तारूढ भाजपा, मुख्य विपक्षी कांग्रेस समेत किसी भी प्रमुख दल ने अब तक घोषणा पत्र जारी नहीं किया है।


