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भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर लगाया पांच सौ करोड़ रुपये के पेनिक बटन घोटाले का आरोप, सीबीआई जांच की मांग की

भाजपा ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर एक और घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली के ट्रांसपोर्ट विभाग ने पेनिक बटन के नाम पर पांच सौ करोड़ रुपये का घोटाला किया है और इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए

भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर लगाया पांच सौ करोड़ रुपये के पेनिक बटन घोटाले का आरोप, सीबीआई जांच की मांग की
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नई दिल्ली। भाजपा ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर एक और घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली के ट्रांसपोर्ट विभाग ने पेनिक बटन के नाम पर पांच सौ करोड़ रुपये का घोटाला किया है और इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।

दिल्ली विधान सभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट विभाग ने महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर टैक्सियों और बसों में पैनिक बटन अनिवार्य करने के नाम पर टैक्सी और बस वालों से लगभग पांच सौ करोड़ रुपये लूट लिए हैं जबकि विभाग ने आज तक कोई कॉल सेंटर तक नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला इमरजेंसी में इस बटन को दबाती है तो उसका कोई फायदा ही नहीं है। बिधूड़ी ने इस सारे मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि इन फर्जी वेंडरों के नाम पर करोड़ों की यह राशि आम आदमी पार्टी के किन-किन नेताओं में बंटी है, यह सच सामने लाने के लिए मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।

बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली में महिला सुरक्षा के नाम पर केजरीवाल सरकार ने बसों और टैक्सियों में पेनिक बटन अनिवार्य कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पेनिक बटन लगाने की शुरूआत 2019 में की गई। दिल्ली के टैक्सी वालों से नौ हजार रुपए प्रतिवर्ष और बस वालों से 22 हजार रुपए प्रतिवर्ष लेने का फैसला किया और चार वर्ष से लगातार यह राशि वसूल की जाती रही है।

बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली में करीब 10 हजार बसें हैं। इस हिसाब से 22 करोड़ रुपया इन बस वालों से वसूला जा रहा है जबकि राजधानी में एक लाख 12 हजार टैक्सियां रजिस्टर्ड हैं। प्रति टैक्सी 9 हजार रुपये के हिसाब से कुल राशि 100 करोड़ 80 लाख रुपये बैठती है। इस तरह पांच वर्ष में पेनिक बटन के नाम पर लगभग 500 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया।

उन्होंने कहा कि पेनिक बटन सिर्फ प्लास्टिक का एक बटन है जिसकी वास्तविक कीमत मात्र 5 रुपए होनी चाहिए लेकिन पेनिक बटन के नाम पर करोड़ों रुपये वसूले गए। पेनिक बटन लगाने के लिए ट्रांसपोर्ट विभाग ने वेंडरों का एक पैनल बनाया हुआ है और उन्हीं के पास इस राशि का भुगतान किया जाता है। उन्होंने कहा कि पेनिक बटन के नाम पर पूरी दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश को बेवकूफ बनाया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बड़े दावे के साथ कहते रहे हैं कि दिल्ली अकेला ऐसा राज्य है जहां महिलाओं की सुरक्षा की इतनी चिंता की जाती है लेकिन झूठ की पोल खुल गई है क्योंकि पेनिक बटन दबाने पर किसी महिला की सुरक्षा पर आए खतरे की सूचना कहीं जाती ही नहीं। कॉल सेंटर का सारा तंत्र ही फर्जी सिद्ध हुआ है। इसकी वजह यह है कि आज तक ट्रांसपोर्ट विभाग ने कोई कॉल सेंटर तक नहीं बनाया। अगर कोई महिला संकट में इस बटन को दबाती है तो उसकी सूचना कहीं नहीं जाती और न ही महिला को किसी तरह की मदद मिलती है। पेनिक बटन के नाम पर यह केवल जबरन वसूली है जो दिल्ली सरकार अब तक करती रही है। बिधूड़ी ने दो टैक्सियों में लगे पेनिक बटन दबा कर भी दिखाया और कहा कि इसे दबाने के बाद भी किसी तरह का कोई रेस्पांन्स कहीं से भी नहीं मिला।

बिधूड़ी ने इस सारे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि इतने बड़े घोटाले में आम आदमी पार्टी की सरकार पूरी तरह शामिल होगी। जनता को यह पता चलना चाहिए कि आखिर वे वेंडर कौन हैं जो करोड़ों रुपए की वसूली करते रहे हैं और उसमें से कितना हिस्सा आम आदमी पार्टी सरकार तक पहुंचता रहा है।

वहीं दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि दो महीने पहले भाजपा ने सबूतों के साथ साबित किया था कि किस तरह केजरीवाल सरकार आटो रिक्शा एवं अन्य वाहनों के फिटनेस के नाम पर एक एनजीओ से मिलकर स्कैम करवा रही है और आज भाजपा ने केजरीवाल सरकार के पैनिक बटन स्कैम को उजागर किया है जो सिर्फ आर्थिक घोटाला मात्र नहीं है बल्कि यह महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा के साथ एक बड़ा खिलवाड़ भी है।


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