मुख्यमंत्री आवास पर भाजपा-आप के नेता भिड़े...
भाजपा नेताओं ने विधायकों व आप समर्थकों पर लगाया धक्का मुक्की, गाली गलौज का आरोप

नई दिल्ली। दिल्ली में चल रही सीलिंग पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में उनके आवास पर भाजपा नेता और आप विधायकों में तूतू मैं मैं, धक्का मुक्की हो गई और शाम तक मामला पुलिस में पहुंच गया।
भाजपा के पांच सांसद, तीन विधायक और दो महापौर सहित कई नेता सुबह मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, कांफ्रेस हॉल में आप विधायकों, दिल्ली सरकार के मंत्रियों के साथ मीडिया की मौजूदगी में केजरीवाल ने अपने बयान में हल निकालने का न्यौता दिया।
मनोज तिवारी ने बात शुरू की तो आप विधायक की टीका टिप्पणी से मामला बिगड़ गया और फिर नारेाबजी, भाजपा हाय-हाय के बाद नेता घर से बाहर आ गए। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने कई मार्केट का दौरा किया और कहा कि सरकार सर्वोच्च न्यायालय जाएगी।
भाजपा नेताओं ने इसे आप की गुंडागर्दी बताया तो वहीं आप नेताओं ने कहा कि भाजपा नेताओं की मंशा सीलिंग के मुद्दे पर बात करने से ज्यादा नाटक-नौटंकी करने की थी, लिहाजा भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी सिर्फ अपनी बात बोलकर अपने सहयोगियों समेत वहां से भाग खड़े हुए।
अरविंद केजरीवाल ने बैठकर बात करने को कहा, लेकिन भाजपा नेता चले गए।
श्री केजरीवाल ने कहा कि भाजपा नेता बंद कमरे में बात करना चाहते थे लेकिन मैंने विधायकों-मीडिया के सामने बैठकर बात करने को कहा क्योंकि ये दिल्ली की जनता और दिल्ली के व्यापारियों से जुड़ा गंभीर मसला है। लेकिन भाजपा नेता मीडिया के कैमरे के सामने बात करने से बचते रहे और फिर वहां से भाग गए। उन्होंने भाजपा नेताओं पर इस मुद्दे पर गंभीर न होने का आरोप लगाते हुए कहा कि,
“मैंने मांग की है कि लोकल शॉपिंग सेंटर के एफएआर180 से बढ़ाकर 300 किया जाए। नॉटिफाइड कमर्शियल सड़कों पर कन्वर्जन चार्ज को बेहद कम किया जाए, ये काम भी एलजी साहब को करना है। बेसमेंट का एफएआर और कन्वर्जन चार्ज तुरंत ऊपरी मंजिल के बराबर ही अधिसूचित किया जाना चाहिए, यह काम भी उपराज्यपाल कर सकते हैं।कन्वर्जन चार्ज पर लेट फीस को पूरी तरह से माफ किया जाना चाहिए, ये भी उपराज्यपाल कर सकते हैं।“
केजरीवाल ने कहा कि जहां तक 351 सड़कों को अधिसूचित करने की है तो बता दूं कि दिल्ली में एक भी दुकान या प्रॉपर्टी इन 351 सड़कों पर सील नहीं की गई है, लेकिन फिर भी आगे उन सड़कों पर कोई दिक्कत ना आए, उसके लिए हम उन सड़कों की फाइल आगे बढ़ाने के लिए तैयार बैठे हैं लेकिन उसकी सर्वे रिपोर्ट निगम को दिल्ली सरकार के पास जमा करनी है, फिर दिल्ली सरकार उस रिपोर्ट के साथ फाइल को सुप्रीम कोर्ट भेजेगी।
उन्होंने कहा कि व्यापारी त्रस्त हैं, उनका व्यापार बंद हो रहा है। यदि उपराज्यपाल, केंद्र सरकार चाहें तो सिर्फ 24 घंटे में सीलिंग बंद हो सकती है लेकिन पता नहीं क्यों भाजपा, उपराज्यपाल प्रयास नहीं कर रहे, परंतु दिल्ली सरकार अब दो-तीन दिन में ही सुप्रीम कोर्ट में जाकर सीलिंग रुकवाने की अपील करेगी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के निवास पर सत्ताधारी आप के विधायकों, पार्षदों, कार्यकर्ताओं और बाउंसरों द्वारा धक्का-मुक्की, गाली-गलौज की गई और उन पर हमला भी किया गया। जैसे ही इस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री निवास के भीतर प्रवेश किया,400 से भी अधिक आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़ ने, जिसमें कई मंत्री, विधायक और पार्षद भी सम्मिलित थे, उनके विरूद्ध नारेबाजी शुरू कर दी। मुख्यमंत्री के भाषण के बाद जब मैंने बोलना शुरू किया तो आप कार्यकर्ताओं द्वारा धक्कामुक्की, गाली गलौज की गई जिसमें विधायक जितेन्द्र सिंह तोमर भी थे।
श्री तिवारी के साथ सांसद श्रीमती मीनाक्षी लेखी, रमेश बिधूड़ी, महेश गिरी, प्रवेश वर्मा, उदित राज, नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता के अलावा दो महापौर थी।
मुख्यमंत्री आवास के भीतर और बाहर इस धक्कामुक्की में आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा दुर्व्यवहार किया गया।
श्री तिवारी ने कहा कि विधायक जितेन्द्र सिंह तोमर, जरनैल सिंह, राजेश ऋषि, संजीव झा और अखिलेशमणि त्रिपाठी ने आम आदमी पार्टी के इन हिंसक कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किया जो भाजपा नेताओं पर हमला करने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने बड़ी बेशर्मी से महापौर श्रीमती प्रीति अग्रवाल और श्रीमती नीमा भगत, विजेन्द्र गुप्ता और उनके निजी सहायक गोल्डी शर्मा पर हमला भी किया।
उन्होंने कहा कि जिस वक्त देश अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मना रहा था उसी वक्त अरविन्द केजरीवाल विपक्ष पर हिंसा का प्रहार कर रहे थे। कुछ देर बाद भाजपा नेताओं ने सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई और दिल्ली सरकार के अरूणा आसफ अली अस्पताल में उनकी चिकित्सीय जांच कराई गई। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने जांच में विजेन्द्र गुप्ता की छाती और पेट पर व गोल्डी शर्मा के हाथ में चोट की पुष्टिï की है। मनोज तिवारी ने कहा कि भाजपा जनविरोधी केजरीवाल सरकार के विरूद्ध संघर्ष करती रहेगी और किसी भी हिंसा के डर से पीछे नहीं हटेगी।


