जौनपुर में भारत रत्न गोविन्द बल्लभ पंत का मनाया गया जन्मदिन
जौनपुर जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित क्रांति स्तम्भ पर मंगलवार को प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री , महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी , भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत का 132 वां जन्मदिन मनाया गया ।

जौनपुर । उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित क्रांति स्तम्भ पर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री , महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी , भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत का 132 वां जन्मदिन मनाया गया ।
इस अवसर पर हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी व लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओ ने क्रांति स्तम्भ पर महान स्वतंत्रता सेनानी पंत के चित्र पर माल्यार्पण किया और उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला।
क्रान्ति स्तम्भ पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि गोविन्द बल्लभ पंत का जन्म उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जिले के खूंट गांव मे दस सितंबर 1887 को हुआ था । उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1909 में कानून की परीक्षा पास की, और काकोरी काण्ड के मुकदमें की पैरवी से उन्हें पहचान व प्रतिष्ठा मिली। उन्होंने कहा कि 1937 में श्री पंत संयुक्त प्रान्त के प्रधानमंत्री बने और 1946 में उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने । दस जनवरी 1955 को श्री पंत ने भारत के गृहमंत्री का पद सभाला था ।
उन्होंने कहा कि देश में ऐसे क्रातिकारी नेताओं की सूची बहुत कम है, जिन्होंने राजनीति के साथ-साथ साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड ने शिक्षा के क्षेत्र में जो भी उपलब्धियां हासिल की है, पंत ने उनकी आधार शिला रखी है। उन्होंने कहा कि श्री पंत ने ही हिन्दी को राजकीय भाषा का दर्जा दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। सात मार्च 1961 को पंत का देहान्त हो गया।
इस अवसर पर डा0 धरम सिंह, अनिरूद्ध सिंह, मैनेजर पाण्डेय, मंजीत कौर सहित अनेक लोग मौजूद थे।


