पक्षी विहार में भी सुरक्षित नहीं है पक्षी
ओखला पक्षी विहार का अस्तिव खतरे में इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहा गुरुवार रात को झील में मछली पकड़ते 17 युवकों को गिरफ्तार किया

नोएडा। ओखला पक्षी विहार का अस्तिव खतरे में इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहा गुरुवार रात को झील में मछली पकड़ते 17 युवकों को गिरफ्तार किया। दबी जुबान में एक अधिकारी ने बताया कि यहा सिर्फ मछली नहीं पकड़ी जाती बल्कि देर रात यहा पक्षियों का शिकार भी किया जाता है। चूकी यहा पक्षी प्रवास के लिए आते है ऐसे में इनकी खाल बाजारों में ऊचें दामों पर बेची जाती है।
जिसको लेकर ओखला पक्षी विहार प्रबंधन ने चुप्पी साध रखी है। बताते चले कि हाल ही में आए तेज तुफान ने यहा 500 से ज्यादा पेड़ों को जमीदोश कर दिया था। सड़कों पर लगी बैंच भी उखड़ चुकी है। रही कसर बाढ़ के पानी ने पूरी कर दी। ऐसे में पक्षी विहार के झील की तरफ की फेंसिंग तक टूट चुकी है।
ऐसे में रात में यहा आसपास के गांव के लोग मछली व पक्षियों का शिकार करने पहुंच रहे है। हालांकि पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है। लेकिन इसके इतर पक्षियों का एक बड़ा प्रवास स्थल जमीदोश होता जा रहा है।
यही नहीं ओखला पक्षी विहार के ऊपर से निकलने वाली हाइटेंशन लाइन, ऊची इामरतें , हैवी यातायात ने पहले ही यहा से पक्षियों का रूख दादरी व गुरुग्राम की तरफ मोड़ दिया है। ऐसे में सुरक्षा के अभाव में ओखला पक्षी विहार कभी भी किसी बड़े हादसे को दावत देने के लिए तैयार है।
फिलहाल गुरुवार को की गई कार्यवाही में कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 17 लोगों से मछली पकड़ने का जाल, मछली और अन्य सामान बरामद किया है। पक्षी विहार के अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज उन्हें जेल भेज दिया। ओखला पक्षी विहार के प्रभागीय अधिकारी एच वी गिरीश ने पुलिस को कुछ युवकों द्वारा मछली पकड़ने की सूचना दी। सूचना पर पुलिस ओखला पक्षी विहार पहुंची। पुलिस को देख सभी आरोपी भागने लगे।
पुलिस ने युवकों को दौड़कर पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान राम, सुरेन्द्र, परेश, सुमेर, सुशील, रोबिन, नयन, मोंटू, गौतम, अर्जुन, पुनित, सुलेख, जीवा, महेश, हरण, शिव और महेन्द्र के निवासी पश्चिम बंगाल के रूप में की है। सभी आरोपी हाल में ओखला के आस-पास बनी झुग्गीयों में रहते हैं। पुलिस का कहना है कि ओखला पक्षी विहार में मछली का शिकार करना प्रतिबंधित है। सभी आरोपी सब कुछ जानने के बाद भी चोरी छिपे मछली का शिकार कर रहे थे। पुलिस ने आरोपी के पास से 8 मांगुर की जिंदा मछलियां बरामद की है।


