रतनजोत बीज खाकर 21 बच्चे बीमार सिम्स में भरती , एक गंभीर
बिलासपुर ! रतनजोत के बीज खाने से उल्टी व चक्कर आने पर 21 बच्चों को सिम्स में भरती कराया गया है। हिर्री थाना के अन्तर्गत ग्राम बुटेना के कबराकापा के 21 बच्चों ने स्कूल की छुट्टी के बाद रतनजोत बीज खा

बुटेना के कबराकापा की घटना
बिलासपुर ! रतनजोत के बीज खाने से उल्टी व चक्कर आने पर 21 बच्चों को सिम्स में भरती कराया गया है। हिर्री थाना के अन्तर्गत ग्राम बुटेना के कबराकापा के 21 बच्चों ने स्कूल की छुट्टी के बाद रतनजोत बीज खा लिया बच्चों की हालत बिगडऩे पर उन्हे 108 की मदद से सिम्स लाया गया। सिम्स के चिल्डर्न वार्ड में भर्ती कर बच्चों का उपचार किया जा रहा है। जिसमें एक की हालत गंभीर बताई जा रहीे है। कबराकापा के प्राथमिक स्कूल के 21 बच्चों ने स्कूल से जाते हुए रतनजोत खा लिया गांव के जनपद सदस्य भोलानाथ तिवारी व परिजनों ने बताया कि स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे घर आ रहे थे शाम 5 बजे बच्चों ने स्कूल से घर के रास्ते मे ही लगे रतनजोत पौधे के बीज खा लिए उसके बाद एक के बाद एक बच्चों को उल्टीयां हाने लगी,बेहोश होने लगे तब उन्हे 108 से लेकर सिम्स लाया गया।
पीड़ीत बच्चे
सिम्स की दूसरी मंङ्क्षजल पर चिलडर्न वार्ड में बच्चों को भर्ती किया गया है। जिनमें समीर गाड़, पिता इतवारी गोड़, ज्योति पटेल पिता संतोष पटेल,भावना पिता भारत खैरवार, निखिल पिता लालाराम पटेल, सूरज पिता कौशल धु्रव , अनिल पिता संतोष यादव , सुमित पिता लखराम धु्रव, दुमेन्द्र, रवि पटेल पिता निलेश , हेमंत , शिवम ध्रुव , आकाश धु्रव ओमप्रकाश यादव, नीलम पटेल , नीलू पटेल , रंजीत धु्रव, शिवा यादव , पल्लवी धु्रव, है। जिनका चिलडर्ऩ वार्ड में उपचार जारी है। इनमें से एक बच्चे ने ज्यादा बीज खा लिया है। जिससे उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वही सभी बच्चेे 7 से 8 वर्ष के है। इसमें दूसरी व तीसरी व पंाचवी कक्षा के छात्र इनमें कई बच्चे एक ही परिवार के और भाई- बहन भी है।
सिम्स में जैसे ही इतने सारे बच्चों को लाया गया तो अफरातफरी मच गई वहीं चिलडर्र्न वार्ड पूरी तरह फुल हो गया । जिससे कई बच्चों को एक ही बेड पर दो दो बच्चों को रखा गया है। कही सिम्स में परिजनों को भारी भीड है। शुरू में अफवाह उडी कि 33 बच्चों ने रतनजोत खा लिया है। लेकिन 24 बच्चों की ही जानकारी मिली जिसमें 21को भर्ती किया गया है।
नहीं पहुंचे शिक्षक
कबराकापा ग्राम के प्राथमिक स्कूल के 21 बच्चों के रतनजोत बीज खाने के बाद शिक्षा विभाग के कोई भी जिम्मेदार अधिकारी व शिक्षक बच्चों की स्थिति देखने सिम्स नहीं पहुंचे ।सिम्स में सिर्फ बच्चों के परिजानों के अलावा कोई भी प्रशासनिक अधिकारी स्कूल के प्राचार्य व अन्य कोई भी बच्चों की हालचाल जानने अस्पताल नहीं आया । एक गांव में एक ही स्कूल के 21 बच्चों के अस्पताल आने से भी एक भी शिक्षा विभाग व अन्य जिम्मेदार अधिकारी ने पहुंचना मुनासिब नहीं समझा। एक तरफ सरकार बच्चों को स्वास्थय व शिक्षा के लिए योजनाएं चला रही है। वहीं इनकी सुध लेने कोई नहीं पहुंचा।
जगह - जगह रतनजोत के पौधे
कुछ वर्ष पूर्व प्रदेश सरकार ने रतनजोत के बीज से डीजल तैयार करने अभियान चलाया था और लाखो की संख्या रतनजोत के पौधों का रोपण जगह-जगह कराया था। कछ समय बाद यह योजना फ्लाप हो गई । लेकिन इसके बीज सब तरफ फैैल गए हैं और पौधे का रूप ले चुके है। ग्रामीण में रतरजोत के पौधे अब घातक साबित होने लगे है स्कूली बच्चे अनजाने में इसके बीज बेर समझकर खा रहे हैं और बीमार हो रहे है।
एक माह में तीसरी घटना
रतनजोत के बीज खाकर बच्चों के बीमार होने की यह तीसरी घटना है बीते दिसंबर माह में भी सिरगिट्टी के 5 बच्चें रतनजोत बीज खाने से बीमार हो गए थे । जिन्हे सिम्स लाया गया था वहीं तखतपुर क्षेत्र से भी 7 से 8 बच्चों को सिम्स लाया गया था सिम्स में लगातार ऐसे के स आ रहे है आज बीमार बच्चों की संख्या इतनी थी कि पुरे चिलडर्न वार्ड भर गया कई बच्चों को एक ही बेड में रखा गया है।


