केवल एक रेडियोलॉजिस्ट के भरोसे सिम्स,मरीजों को हो रही भारी परेशानी
बिलासपुर ! सिम्स रेडियोलाजी विभाग स्टाफ कम होने से मरीजों की जांच व अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं।

बिलासपुर ! सिम्स रेडियोलाजी विभाग स्टाफ कम होने से मरीजों की जांच व अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। वहीं पिछले कुछ महीनों से दो लोगों के नौकरी छोड़ देने से इस विभाग में स्टाफ के नहीं होने से मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है। इसी के मद्देनजर सिम्स प्रबंधन ने सीएचएमओ को पत्र भेजकर रेडियोलाजिस्ट की मांग की है।
सिम्स के रेडियोलाजी विभाग में स्टाफ के कम होने से मरीजों को परेशानी हो रही है। इसी के मद्देनजर सिम्स प्रबंधन ने सीएचएमओ डा. बी वी बोड़े को पत्र लिखकर एक रेडियोलाजिस्ट की मांग की है। जिससे स्टाफ की कमी से जूझ रहे इस विभाग में कमी को पूरा किया जा सके। सिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डा.रमणेश मूर्ति ने सीएचएमओ को पत्र भेजकर रेडियोलाजिस्ट की मांग की है।
गौरतलब है कि सिम्स के रेडियोलाजी विभाग में पिछले कई महीनों से स्टाफ की कमी है। जिससे इस विभाग का कामकाज प्रभावित हो रहा है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सिम्स के रेडियोलाजी विभाग में कुछ महीने पहले कुछ स्टाफ कर्मियों ने नौकरी छोड़ दी है। जिसिसे कि यहां रेडियोलाजी की जांच प्रभावित हो रही है। सिर्फ एक डा.जितपुरे के भरोसे ही यह डिपार्टमेंट चल रहा है। यहां एक असिस्टेंट रखा गया है जो कि सप्ताह में तीन दिन मंगल, शुक्र को ही एक्सरे के लिए आते हैं। उसके बाद भी इस डिपार्टमेंट में कामकाज में जांच रिपोर्ट में परेशानी हो रही है। इसके लिए सीएचएमओ को पत्र लिखकर सीएचसी, पीएचसी केअलावा किसी अन्य सामुदायिक केन्द्र में रेडियोलाजिस्ट की मांग की गई है।
ज्ञात हो कि सिम्स के रेडियोलाजी डिपार्टमेंट में कई महीनों से रेडियोलाजिस्ट के नहीं होने से कार्य प्रभावित हो रहा है। वहीं सिम्स के डीन डा.विष्णु दत्त खुद एक रेडियोलाजिस्ट है। उसके बाद भी वे विभाग में ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि उनको अस्पताल, मेडिकल कालेज के काम के बाद भी कुछ समय रेडियोलाजी विभाग में देना चाहिए। सिम्स के कई डॉक्टर्स ऐसे हैं जो अस्पताल में मरीजों के जांच के साथ-साथ विभागीय काम के अलावा मेडिकल कालेज के छात्रों को पढ़ाते भी हैं।


