एमसीआई की टीम पहुंची,सिम्स में खलबली
बिलासपुर ! प्री पीजी के मान्यता के लिए आज एससीआई की तीन सदस्यी टीम अचानक सिम्स पहुुंची जहां सिम्स के अधिकांश रेगुलर डाक्टर अवकाश पर रहे।

बिलासपुर ! प्री पीजी के मान्यता के लिए आज एससीआई की तीन सदस्यी टीम अचानक सिम्स पहुुंची जहां सिम्स के अधिकांश रेगुलर डाक्टर अवकाश पर रहे। इससे सिम्स प्रबंधन में हडक़ंप मच गया और आनन फानन में कुछ डाक्टरों को तत्काल सिम्स बुलाया गया जहां एससीआई की टीम ने अलग-अलग विभागों में जाकर अस्पताल व मेडिकल कालेज का बारीकी से निरीक्षण किया। उसके बाद कई विभागों के फेकल्टी व अन्य जानकारियों की जांच पड़ताल की।
सिम्स में आज एससीआई के 3 सदस्यी टीम में दरभंगा मेडिकल कालेज के डा.धनजय राय, राजिस्थान मेडिकल कालेज के डा.उमेन्द्र व कर्नाटक मेडिकल कालेज की प्रोफेसर डा.एस.निशा, प्री पीजी की मान्यता के लिए सिम्स आये थे। जहां उन्होंने अस्पताल के वार्डों का जायजा लिया वहीं आर्थोपेडिक, मेडिसीन, पीडियाट्रिक नेत्र विभाग आदि का निरीक्षण किया।
सिम्स में पीजी कोर्स के मान्यता के लिए एससीआई की तीन सदस्यी टीम आज सुबह निरीक्षण के लिए आ धमकी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान अधिकांश डाक्टरों के छुट्टी पर चले जाने के बाद एससीआई की टीम के अचानक आ जाने से सिम्स प्रबंधन भी सकते में आ गया। सिम्स प्रबंधन ने आनन-फानन में डाक्टरों को फोन कर शहर में मौजूद डाक्टरों की छुट्टी निरस्त कर वापस बुलवाया। इसके बावजूद अधिकांश डॉक्टर उपस्थित नहीं हो सके।
गौरतलब है कि सिम्स प्रबंधन ने सभी क्लीनिक डिपार्टमेंट में पीजी की पढ़ाई शुरू करने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से अनुमति मांगी है। एससीआई के नियमों के तहत अनुमति के पूर्व मेडिकल कॉलेज में मौजूद संसाधनों के अलावा अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों की संख्या भी देखी जाती है। मेडिकल काउंसिल कालेज के निरीक्षण के लिए एक टीम भेजती है।
सिम्स प्रबंधन के आवेदन पर एमसीआई के तीन सदस्यी टीम आज सिम्स पहुंची टीम के सदस्य मेडिकल कालेज के डीन डा.विष्णु दत्त से मुलाकात की। इसके बाद टीम के सदस्य अलग-अलग विभागों में जांच पड़ताल की। जिसके बाद मेडिकल कालेज में तैनात डाक्टरों की काउंसिल शुरू की। टीम के निरीक्षण के दौरान मेडिकल कालेज के अधिकांश डाक्टर ग्रीष्मकालीन छुट्टी पर थे।
उपकरणों का अभाव, मान्यता पर संशय
सिम्स में पीजी के लिए मान्यता मिलना मुश्किल लग रहा है। क्योंकि सिम्स में जगह व उपकरण की कमी अब तक बनी हुई है जिससे प्री.पीजी के लिए एमसीआई से हरी झंडी मिल पाना थोड़ा मुश्किल है। सिम्स में आपरेशन व सर्जिकल बीमारियों के दौरान इस्तेमाल किये जाने वाले मशीन व औजार और अन्य उपकरण का अभाव है वहीं कुछ उपकरण खराब हो गये हैं। तथा कुछ सामान मरम्मत के नाम से उपयोग में नहीं लाये जा रहे हैं। इससे मरीजों के उपचार में डाक्टरों को भी परेशानी हो रही है।
लाइब्रेरी बनी समस्या
मेडिकल कालेज में लाइब्रेरी की एक समस्या है। लाइब्रेरी के लिए यहां पर्याप्त जगह नहीं है। वहीं सिम्स को कोनी में जमीन आवंटित होने के बावजूद फंड की कमी के कारण वहां काम शुरू नहीं हो पाया है। वहीं पुरानी बिल्डिंग में सुधार की गुंजाइश नहीं होने के कारण सभी संसाधन होने के बाद भी अनुमति नहीं मिल पा रही है।


