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आईएसआई से जुड़े संदिग्धों का नक्सली नेटवर्क भी संभव,एटीएस करेगी जांच

बिलासपुर ! पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंटों के लिए काम करने वाले गिरफ्तार दोनों संदिग्ध युवकों को आज विशेष न्यायालय में पेश करके पुलिस ने उन्हें रिमांड में लिया है।

आईएसआई से जुड़े संदिग्धों का नक्सली नेटवर्क भी संभव,एटीएस करेगी जांच
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एटीएस करेगी जांच, एक और संदिग्ध से चल रही पूछताछ

पुलिस ने दोनों को लिया रिमांड पर
बिलासपुर ! पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंटों के लिए काम करने वाले गिरफ्तार दोनों संदिग्ध युवकों को आज विशेष न्यायालय में पेश करके पुलिस ने उन्हें रिमांड में लिया है। वहीं पुलिस की टीम ने एक और संदिग्ध युवक को गिरफ्तार करके पूछताछ करने में लगी हुई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि पकड़े गए आरोपियों के नक्सलियों से भी संबंध हो सकते हैं जिनकी पूछताछ एटीएस करेगी।
गौरतलब है कि आतंकियों के खातों में रुपए ट्रांसफर करने के आरोप में दो लोगों को बिलासपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनका तार पाकिस्तान को गोपनीय सूचना भेजने वाले जम्मू कश्मीर के सतविंदर सिंह से भी जुड़ा हुआ है। एटीएस ने मध्यप्रदेश के जिस रज्जन तिवारी गैंग को पकड़ा है दोनों उसके इशारे पर ही काम करते थे। दोनों के अलग-अलग बैंकों में कई खाते हैं और इउनका उपयोग विभिन्न स्थानों पर देशद्रोहियों को रकम भेजने के लिए किया जाता था। उनके कब्जे से फिलहाल 7 बैंक खाते जब्त किए गए हैं। इनके माध्यम से 42 लाख रूपए का लेनदेन हुआ है। दोनों पुलिस की जांच से पता चला है कि सिर्फ 500 रूपए रोज कमीशन के फेर में देशद्रोही गतिविधियों में शामिल हो गए थे।
देश में चल रही विघटनकारी गतिविधियों व इंटेलीजेंस विभाग की जारी अलर्र्ट के मद्देनजर जिला पुलिस संदिग्ध लोगों पर नजर रखी हुई थी। मुखबिरों को भी इस काम के लिए सक्रिय किया गया था। इसी दौरान जांजगीर चांपा जिले के दो व्यक्ति संजय देवांगन (26) और मनीन्द्र यादव (27) के पास अलग-अलग बैंकों के एकाउंट होने की जानकारी मिली। मनींद्र अकलतरा में सिंचाई कालोनी में रहता है वहीं संजय पुरानी बस्ती तलवारापारा जांजगीर का रहने वाला है। दोनों पिछले ढाई साल से बिलासपुर में रहकर प्राइवेट जॉब कर रहे थे। इनके खातों में अलग-अलग स्थानों से भारी रकम आती रहती थी। ये इन्हें निकालकर अन्य एकाउंट में जमा करते हैं। दोनों का संबंध मध्यप्रदेश के सतना निवासी रज्जन तिवारी और बलराम से होने का पता चला। हाल ही में एटीएस ने रज्जन और बलराम को राष्ट्र विरोधी विघटनकारी गतिविधयों में संलिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इनकी गिरफ्तारी के बाद से संजय और मनीन्द्र परेशान थे। हड़बड़ाहट में दोनों के बीच बातचीत की जानकारी कुछ लोगों ने पुलिस को दी। मनीन्द्र को पुलिस ने किम्स के सामने पकड़ा। पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि वह रज्जन तिवारी के लिए काम करता है। विभिन्न बंैकों में अपने और दूसरे लोगों के नाम से खाते उपलब्ध करवाता है। इन खातों में विभिन्न जगहों से पैसे आते थे और उन पैसों को रज्जन के कहे मुताबिक अन्य खातों में डाल देता था। इस काम में संजय देवांगन भी शामिल था। वह तेलीपारा के मेडिकल कांप्लेक्स में रहता था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस बैंकों से इसका पता चला रही है। इनके पास से अभी 7 बैंक खाते जब्त किए गए हैं और अलग-अलग बैंकों से 42 लाख रूपए के ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ है। जम्मू कश्मीर के सतविंदर सिंह देश के सामरिक महत्व की सैन्य सूचनाएं एकत्र कर पाकिस्तान को देता था। पकड़े गए दोनों आरोपियों का संबंध सतविंदर सिंह से है। सतविंदर इन दिनों जम्मू कश्मीर पुलिस की गिरफ्त में है। सतविंदर सिंह मामले में संजय देवांगन सह आरोपी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस उसे पकडऩे जांजगीर चांपा जिले आई थी पर वह नहीं मिला था।


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