मनरेगा में बढ़ी मजदूरी, 15 दिनों में भुगतान
बिलासपुर ! जिले में मनरेगा मजदूरों के लिए खुशखबरी है कि उनकी मजदूरी में 5 रूपए की बढ़ोतरी कर दी गई है।

एक अप्रैल से जिले के मजदूरों को मिलेगा लाभ
70 हजार बढ़ी मजदूरों की संख्या
बिलासपुर ! जिले में मनरेगा मजदूरों के लिए खुशखबरी है कि उनकी मजदूरी में 5 रूपए की बढ़ोतरी कर दी गई है। अब उनको 167 रूपए की जगह 172 रूपए मिलेंगे और भुगतान काम खत्म होने के 15 दिनों के भीतर ही कर दिया जाएगा। इसका लाभ मजदूरों को 1 अप्रैल से मिलना शुरू हो जाएगा। इधर तीज त्यौहार निपटने के बाद मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है और होली के बाद लगभग 20 हजार मजदूर बढ़े हैं। यह संख्या अप्रैल-मई में 70 हजार तक पहुंचने की संभावना है।
गौरतलब है कि लोगों को काम उपलब्ध कराने शासन द्वारा मनरेगा के तहत प्रतिवर्ष करोड़ों रूपए खर्च किए जाते हैं। जिले में लगभग 2 लाख 25 हजार जॉब कार्डधारी है लेकिन 1 लाख 38 हजार जाबकार्डधारी ही कार्यरत है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मजदूरों को मनरेगा में कोई विशेष रूचि नहीं है। जिले में डबरी, तालाब गहरीकरण, प्रधानमंत्री आवास योजना व अन्य ढेरों कार्य चल रहे हैं और लोग फसल कटाई मिसाई पूरा करने के बाद मनरेगा के काम में लग रहे हैं और पिछले 15 दिनों में करीब 20 हजार मजदूर मनरेगा के कार्याे में जुटे हैं और अभी मजदूरों की संख्या लगातार बढऩे की उम्मीद है। मनरेगा मजदूरी में भी अब 5 रूपए की बढ़ोतरी से मजदूरों में हर्ष है। हालांकि इसमें कोई नई बात नहीं है मजदूरी दर में पिछले दो तीन सालों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। हालांकि अब शासन का दावा है कि काम खत्म होने के 15 दिनों के भीतर मजदूरी भुगतान कर दिया जाएगा।
एक करोड़ मजदूरी भुगतान अटका
मनरेगा के विभिन्न कार्यों में मजदूरी भुगतान संबंधी समस्या तो आम है लेकिन अब शासन का दावा है कि 15 दिनों के भीतर मजदूरी भुगतान कर दिया जाएगा वहीं जिले में मटेरियल का ही लगभग 25 करोड़ रूपए का भुगतान नहीं हो पाया है और करीब 1 करोड़ रूपए मजदूरी भुगतान बकाया है। हालांकि अब मजदूरों को आश्वासन दिया गया है कि मजदूरी भुगतान में अब कोई दिक्कत नहीं होगी।
लोक सुराज में काम की मांग
इस वर्ष लोक सुराज में भी मनरेगा के सैकड़ों आवेदन आए जिसमें गड़बड़ी की शिकायत व काम की मांग भी की गई है। ज्यादातर इस वर्ष कुंए निर्माण, डबरी, तालाब गहरीकरण आदि कार्य शामिल है। वहीं शासन का दावा है कि हमारे पास काम की कोई कमी नहीं है, किसानों द्वारा भी जल संरक्षण व संवर्धन संबंधी काम की मांग की गई है और शौचालय निर्माण के लिए पंचायत के माध्यम से मांग की गई है।
15 दिनों में मिल जाएगी राशि
अब मनरेगा में काम खत्म होने के 15 दिवस के भीतर मजदूरी भुुगतान कर दिया जाएगा। काम की मांग पर स्वीकृति दी जा रही है मजदूरी भुगतान संबंधी अब कोई दिक्कत नहीं होगी।
जे.पी.मौर्य
सीईओ जिला पंचायत काम की कमी नहीं
मनरेगा मजदूरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अप्रैल तक इनकी संख्या 70 हजार हो सकती है। काम की कोई कमी नहीं है अभी भी 17 करोड़ का काम स्वीकृत है।
अनुराधा मिश्रा
परियोजना अधिकारी मनरेगा
विकासखण्ड कार्यरत मजदूर
बिल्हा 16,00
पेण्ड्रा 3,000
गौरेला 5,000
कोटा 5,000
मरवाही 75,000
मस्तूरी 35,00
तखतपुर 39,00


