10 हजार रूपए की रिश्वत लेते माइनिंग इंस्पेक्टर गिरफ्तार
बिलासपुर ! खनिज विभाग में दबिश देकर एंटीकरप्शन की टीम ने 10 हजार रिश्वत लेने वाले माइनिंग इंस्पेक्टर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

बिलासपुर ! खनिज विभाग में दबिश देकर एंटीकरप्शन की टीम ने 10 हजार रिश्वत लेने वाले माइनिंग इंस्पेक्टर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि बेलगहना में रहने वाले प्रार्थी से माइनिंग इंस्पेक्टर ने ईंट भट्ठा का लाइसेंस देने के नाम पर रूपए मांगे थे। आज अचानक खनिज विभाग में एसीबी की टीम के पहुंचने पर हडक़ंप मचा गया। जहां अधिकारी एवं कर्मचारियों के बीच अफरा तफरी मच गई। माइनिंग इंस्पेक्टर ओम प्रकाश खांडेकर को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकडऩे के बाद एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी आरोपी माइनिंग इंस्पेक्टर के खिलाफ धारा 7,13 (1) डी 13(2) पीसी एक्ट 1988 के तहत मामला दर्ज कर एसीकी विवेचना में लगी हुई है। एंटीकरप्शन ब्यूरो के अधिकारी प्रमोद कुमार खेस ने बताया कि बेलगहना के पास स्थित ढालसागर गांव में रहने वाले मोहम्मद जमील ने शिकायत की थी कि वह बिना अनुमति के ईंट भ_े का निर्माण कर ईट बना रहा था। किसी की शिकायत पर खनिज इंस्पेक्टर ओमप्रकाश ने मामला रफा दफा करने के नाम पर उस वक्त प्रार्थी मोहम्मद जमील से पांच हजार रूपए ले लिये। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया था कि ईट भ_े का लाइसेंस देने के लिए माइनिंग इंस्पेक्टर ओपी खाण्डेकर ने उसे10 हजार रूपए लेकर कार्यालय बुलाया है उसके बाद एसीबी ने मोहम्मद जमील को केमिकल लगे 10 हजार के नोट दिये, प्रार्थी रूपए लेकर खनिज विभाग पहुंचा और आरोपी खनिज इंस्पेक्टर को 10 हजार रूपए दे दिया। रूपए लेते ही एसीबी की टीम ने आरोपी खनिज इंस्पेक्टर को रंगे हाथ पकड़ लिया और लेकर एसीबी कार्यालय ले आए। जहां आगे की विवेचना चल रही है।
इंस्पेक्टर ने कहा, मुझे अधिकारियों ने फंसाया
घूस लेते पकड़ाए माइनिंग इंस्पेक्टर ओमप्रकाश खाण्डेकर ने मीडिया को बताया कि उनके विभाग के दो अधिकारियों ने उसे साजिस के तहत फंसाया है। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त दोनों अधिकारी कई आरोपियों को छोड़ चुके हैं। जब उन्होंने कार्रवाई करना शुरू किया तब उन्हें फंसाने की साजिश रची गई।
खनिज कार्यालय में एसीबी की दबिश
लाइसेंस देने मांगे थे रूपए


