पानी की बौछार के बीच पुलिस से झड़प, हंगामा
बिलासपुर ! मस्तूरी क्षेत्र के देवगांव में हुई युवती के हत्यारेको पुलिस की टीम एक माह भी पकड़ नहीं पाई। आज जोगी समर्थकों ने उग्र प्रदेर्शन किया।

ममता हत्याकांड मामले में जोगी कांगे्रस कार्यकर्ताओं ने घेरा कलेक्ट्रेट
कई घायल, बेरिकेड्स तोडक़र अंदर घुसे
महिलाओं ने जिला प्रशासन को भेंट की चूडिय़ां
बिलासपुर ! मस्तूरी क्षेत्र के देवगांव में हुई युवती के हत्यारेको पुलिस की टीम एक माह भी पकड़ नहीं पाई। आज जोगी समर्थकों ने उग्र प्रदेर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के साथ जिला प्रशासन को ज्ञापन देने पहुंचे छजकां कार्यकर्ताओं पर पुलिसने वॉटर केनल से पानी की बौछार की। आक्रोशित कार्यकर्ता बेरिकेट्स के ऊपर चढ़ गए। पानी की बौछार से कई कार्यकर्ता घायल हो गए। इसी बीच कुछ कार्यकर्ता पुलिस से भीड़ गए और कलेक्टे्रट के सामने बेरिकेट्स को तोडऩे लगे कुछ कार्यकर्ताओं से बेरिकेट्स छिने जाने को लेकर विवाद हुआ और झूकाझटकी के बीच पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। जोगी समर्थक महिलाओं ने प्रशासन को चूड़ी भेंट की। नेहरु चौक से लेकर कलेक्ट्रेट तक पुलिस ने घेराबंदी की थी लेकिन बेरिकेट्स तोडक़र कलेक्ट्रेट तक पहुंचने में जोगी समर्थक सफल हो गए। पुलिस और कार्यकर्ताओं की झड़प में कुछ घायल हो गए। एक महिला को अस्पताल ले जाया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत कतलम, सीएसपी लखन पटले, मधुलिका सिंह समेत कई पुलिसकर्मी पानी की बौछार में भीग गए। पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प करीबन आधे घंटे तक चली। महिलाओं को जोगी के साथ कलेक्ट्रेट जा रही महिलाओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया तो कार्यकर्ता उत्तेजित हो गए और पुलिस से धक्का-मुक्की करने लगे तो विवाद हो गया। सिविल लाईन थाना प्रभारी तथा लखन पटले ने किसी तरह मामला को शांत कराया। आक्रोशित कार्यकर्ता पुलिस से बेरिकेट्स छीनकर भाग रहे थे पुलिस उनके पीछे दौड़ रही थी वहीं पुलिस और कार्यकर्ता एक दूसरे बेरिकेट्स खींच रहे थे। आज उस समय विवाद की स्थिति बन गई जब जोगी समर्थक समीर अहमद, जीतू ठाकुर पानी की बौछार के बीच बेरिकेट्स पर चढ़ गए और कुछ कार्यकर्ता पुलिस सुरक्षा तोडक़र बेरिकेट्स को खींचने लगे।
बीच सडक़ पर पहली बार पुलिस और जोगी कांग्रेस कार्यकर्ता अपनी-अपनी ओर बेरिकेट्स खींचते देखे गये। आमतौर पर कई दलों के कार्यकर्ता पानी की बौछार व लाठी चार्ज के बाद तितर-बितर हो जाते हैं लेकिन जोगी समर्थक पुलिस के सामने डटे रहे। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी जब कलेक्ट्रेट पहुंचे तो कलेक्टर मौजूद नहीं थे। अतिरिक्त जिलाधीश ने जोगी से ज्ञापन लिया। राज्यपाल के नाम सौपे ज्ञापन में जोगी ने कहा कि पुलिस प्रशासन ममता के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करें तथा राज्यपाल से इस मामले में दखन देने की मांग की है। जोगी के साथ ज्ञापन देने वालों में सियाराम कौशिक, अनिल टाह, श्रीमती वाणी राव, समीर अहमद, राजेश्वर भार्गव, संतोष दुबे,शहजादी कुरैशी आदि शामिल थे।
हत्यारों के पकड़े जाने तक अन्न-जल त्यागें रमन
नेहरु चौक में सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि जब तक ममता खांडेकर के हत्यारे गिरफ्तार नहीं होते तब तक मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को अन्नजल का त्याग करना चाहिए। प्रदेश में महिलाएं व बेटी सुरक्षित नहीं है। रोज बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है और सरकार चैन की नींद सो रही है। उन्होंने रमन सरकार पर निशाना साधा और ममता हत्याकांड में मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनके हाथ भी खुन से रंगे हैं। कलेक्ट्रेट घेराव के पहले नेहरु चौक पर धरना सभा का आयोजन किया गया। नेहरु चौक से लेकर कलेक्ट्रेट तक बेरिकेट्स लगाए गए थे।
ममता खांडेकर की हत्या के मामले में आज छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने नेहरु चौक पर धरना सभा किया तथा सभा में दिग्गज नेताओं ने रमन सरकार पर सीधा निशाना साधा। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की सभा में मृतक ममता के माता-पिता सरोज खांडेकर, नरेश खांडेकर भी पहुंचे थे। श्री जोगी ने कहा कि प्रदेश की जनता ने क्या डा.रमन सिंह को इसलिए गद्दी पर बिठाया ताकि वे असुरक्षित हो जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाएं अब मुख्यमंत्री को चूड़ी भेंटकर विरोध प्रदर्शन करेगी। श्री जोगी ने यह भी कहा कि रमन सरकार के समय में कलेक्टर व एसपी का अपहरण हो रहा है। सरकार की अधिकारी सुन नहीं रहे हैं। अब अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं तो जनता क्या करें। उन्होंने प्रदेश में अराजकता, अफसरशाही का मुद्दा उठाया और कहा कि अजीत जोगी के कार्यकाल में महिलाएं सुरक्षित थी। सरकार जनता तक पहुंचती थी लेकिन यहां तो रमन सिंह के कार्यकाल में आदिवासी क्षेत्र में महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं। हर दिन महिलाओं की हत्या हो रही है। मस्तूरी क्षेत्र में 7 जनवरी को गरीब परिवार की बेटी ममता खांडेकर की हत्या कर दी गई 1 माह बाद भी पुलिस गुनाहगारों को नहीं पकड़ पाई। येे कैसी सरकार है। धरना सभा को पूर्व विधायक धर्मजीत सिंह, विधायक सियाराम कौशिक, अनिल टाह, श्रीमती वाणी राव ने भी संबोधित किया तथा रमन सरकार को आड़े हाथों लिया तथा कहा कि पिछले 15 सालों में इस प्रदेश में भ्रष्टाचार के साथ ही हत्या व दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ी हैं और रमन सरकार चैन की नींद सो रही है। आज धरना सभा में मस्तूरी, बिलासपुर, तखतपुर, बिल्हा, बेलतरा,कोटा, रतनपुर समेत सभी क्षेत्रों से जोगी कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंचे थे।


