जिला अस्पताल में डॉक्टर के रवैये से मरीज परेशान
बिलासपुर ! जिला चिकित्सालय के सीएस के फटकार का असर एक चिकित्सक पर कोई असर नहीं पड़ा।

सिविल सर्जन ने आज फिर दी समझाइश
बिलासपुर ! जिला चिकित्सालय के सीएस के फटकार का असर एक चिकित्सक पर कोई असर नहीं पड़ा। बीते दिनों अस्पताल प्रबंधन की बैठक में डाक्टरों द्वारा मरीजों को लिखे जा रहे विभिन्न तरह के टेस्ट के लिए सिविल सर्जन ने फटकार लगाई थी। मगर अस्पताल के एक डॉक्टर की फिर से शिकायतें मिली कि मरीजों के पर्ची पर विभिन्न टेस्ट कराया जा रहा है। इस पर आज सिविल सर्जन डा. एस एस बाजपेयी ने उस डाक्टर को फिर से समझाईश दी है।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डा. एस एस बाजपेयी ने बताया कि अस्पताल के डाक्टरों द्वारा आने वाले मरीजों का विभिन्न टेस्ट करवाया जा रहा था। डाक्टर रिफर मरीज की रिपोर्ट टीक तरह से नहीं देख रहे थे और कई प्रकार की जांच उनके पर्ची पर लिख दे रहे थे जिससे मरीज बार-बार टेस्ट कराने भटक रहे थे। व परेशान हो रहे थे। पिछले दिनों मरीजों की शिकायतें भी मिली जिस पर बैठक कर सभी डाक्टरों को दिशा-निर्देश दिये गये थे। लेकिन बैठक में दिये गये निर्देश का एक चिकित्सक पर कोई असर नहीं हुआ। उन्हें आज फिर से अल्टीमेटम दिया गया है कि कोई भी मरीज के पुराने फाइल बीमारी का पूरा जांच करले उसके बाद ही जांच के लिए लिखे। जबरदस्ती के विभिन्न ब्लड टेस्ट व अन्य टेस्ट मरीजों की पर्ची पर न लिखे जाये। ज्ञात हो कि जिला अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों द्वारा मरीजों की पूरी फाइलें बिना देखे ही कई तरह के टेस्ट लिख दिये जा रहे थे। जिससे मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा था। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से रिफर मरीजों को भी परेशानी हो रही थी। और उनका चिकित्सा सुविधा ठीक तरह से नहीं मिल पा रही थी। इस पर किसी मरीज ने कलेक्टर से शिकायत की थी। तब कलेक्टर ने सिविल सर्जन को टीएल बैठक में फटकार लगाई। और डाक्टरों पर लगाम लगाने के कड़े निर्देश दिये थे।


