देवगांव में युवती की हत्या का खुलासा : सहपाठी ने नपुंसक कहने पर की थी हत्या,एक नाबालिग सहित 3 गिरफ्तार
बिलासपुर ! दो माह पूर्व मस्तुरी क्षेत्र के देवगांव में युवती की बेरहमी से हत्या करने वाले एक नाबालिग समेत तीनों लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

बिलासपुर ! दो माह पूर्व मस्तुरी क्षेत्र के देवगांव में युवती की बेरहमी से हत्या करने वाले एक नाबालिग समेत तीनों लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी देवगांव के ही रहने वाले हैं।
हत्यारे के साथ पढऩे वाली युवती ने युवक को कुछ दिन पहले विवाद के दौरान हिजड़ा कहा था और गुस्से में सहपाठी ने युवती को मार डाला। पुलिस ने हत्याकांड मामले का खुलासा करते हुए मौके से सायकल आटो समेत डंडा भी जब्त किया है।
हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि 7 जनवरी को मस्तूरी थाना क्षेत्र के देवगांव में एक युवती के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की गई थी। इस घटना को लेकर लगातार विवाद की स्थिति बन रही थी। घटना अत्यंत संवेदनशील होने के कारण लगातार जांच टीम काम कर रही थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा के नेतृत्व में जांच टीम मामले की तस्दीक कर रही थी। इसमें सीएसपी लखन पटले स्पेशल टीम एवं साइबर सेल की टीम एवं रेंज स्तर के 15 सदस्य काम करे थे।
विवेचना के दौरान प्रदेश के फोरेंसिक साइंस एक्सपर्ट वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. वी के सत्पथी तथा मेडिकल कालेज के अधीष्ठाता आर के सिंह से भी राय ली गई थी इसी दौरान पता चला कि घटन दिनांक तथा घटना के समय एक व्यक्ति को संदिग्ध हालत में देखा गया था तथा गवाहों के परीक्षण से घटनास्थल पर मृतिका की सायकल के अलावा एक अन्य सायकल की मौजूदगी के दौरान देवगांव के रहने वाले संतराम खाण्डेकर उर्फ मोनू खाण्डे पिता कलीराम उम्र 7 साल से पूछताछ की गई तथा संतराम के बयान के आधार पर देवगांव के ही रहने वाले बावला बंजारे पिता दुर्गा प्रसाद बंजारे उम्र 22 साल को स्पेशल टीम ने तलब किया दोनों आरोपी घटना के दिन अपनी उपस्थित को छिपाने का प्रयास करते रहे। तथा पुलिस के सामने लगातार झूठ बोल रहे थे। घटना के दिन 7 जनवरी की सुबह 8 बजे के आसपास मृतिका की शव को देखने की बात को भी आरोपियों ने छुपाई। कड़ाई से पूछताछ में बावला बंजारे ने स्वीकार किया कि वह देवगांव की मृतिका को अच्छे से जानता है। सहपाठी होने के कारण बचपन से जान पहचान है। इसका फायदा उठाते हुए बावला ने मृतिका को घटना स्थल पर बुलाया था। पूर्व में दोनों के बीच विवाद हुआ था और मृतिका ने उसे एक बार हिजड़ा कहकर गाली-गलौज की थी। पुलिस के अनुसार मृतिका जब से जयराम नगर के कपड़ा दुकान में काम कर रही थी वह मृतिका को आते-जाते देखता था। कुछ दिन पहले रात के समय बावला बंजारे युवती को अपने आटो में बिठाकर जयराम नगर फाटक के पास देवगांव तक लाया था। घटना के दिन वारदात को अंजाम देने के पहले बावला ने अश्लील फिल्म देखी थी तथा घटना के दिन वह कुडूभाठा एवं भनेसर के बीच मृतिका से मिला था।
इंकार करने पर मार डाला
शाम को जब युवती घर जा रही थी तब उसे संतराम रास्ते में मिला और उसे खेत की तरफ ले गया। मृतिका को पकडक़र शारीरिक संबंध बनाने की मांग की। मना करने पर आरोपी युवती से जबरदस्ती करने लगा तथा मौका पाकर युवती भागने लगी। जिससे नाराज होकर आरोपी ने डंडे से मारपीट की। घटना को एक्सीडेंट का रुप देने के लिए आरोपी ने मृतिका को सडक़ की तरफ फेक दिया लेकिन युवती की सांस चल रही थी तब आरोपियों ने खेत में पड़े डंडे व पत्थर से चेहरे पर कई वार किए तथा नाले की तरफ जाकर हाथ में लगे खून को धोया। सडक़ में पड़े सायकल को पुल के करीब बेशरम के झुरमुट में फेंक दिया तथा मृतिका की चप्पल को खेत के मेढ़ में छिपा दिया तथा सायकल में टंगे झोला के सामान को फेकना बताया। घटना के दौरान एक नाबालिग भी बावला के साथ था। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त डंडा एवं पत्थर को नाले से जब्त कर लिया है। आरोपियों के वाहन आटो एवं सायकल मोबाइल खून से सने कपड़े को जब्त किया है। आज दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या व दुष्कर्म का मामला दर्ज कर पुलिस न्यायालय में पेश करेगी।
इस मामले में संदिग्ध 9 लोगों का नार्कोटेस्ट कराने की तैयार की थी। सिर्फ एक का नार्कोटेस्ट हुआ। इधर विधानसभा में हत्याकांड का मामला उठते ही पुलिस ने हत्याकांड का मामला उठते ही पुलिस ने हत्याकांड से रहस्य का पर्दा उठाया। पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि घटना दिनांक से लेकर अब तक देवगांव हत्याकांड की जांच के लिए 25 मोबाइल टॉवरों में से 41 सेक्टर में 15 लाख मोबाइल नंबर में सक 10 हजार 17 नंबर वैरीफाइ किया गया। मस्तूरी थाना क्षेत्र के कुडूभाठा हिर्री, भनेसर गांव के 8 सौ से अधिक वोटर लिस्ट की जांच की गई। स्पेशल टीम द्वारा 5 सौ से अधिक लोगों से पूछताछ की गई तब 2 सौ के कथन लिपीबद्ध किए गए। पूछताछ के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई थी तथा संदिग्धों की तस्दीक करने के लिए मुंबई उत्तरप्रदेश सुल्तानपुर, औरंगाबाद, बिहार, रायगढ़, झारखंड, राजकोट, गुजरात तथा उड़ीसा एवं प्रदेश के विभिन्न जिले रायगढ़, अंबिकापुर, जांजगीर-चांपा, दुर्ग रायपुर आदि स्थानों में जाकर संदिग्धों से पूछताछ की गई तथा साक्ष्यों की तस्दीक की गई। पुलिस अधीक्षक ने हत्याकांडा का खुलासा करने वाले टीम को बधाई दी है। तथा पुरस्कार की घोषणा की है।


