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बाइक यात्रा एमआईटी कंपनी ने 8 हजार निवेशकों से 50 करोड़ से अधिक ठगे

 बाइक बोट व बाइक फॉर यू की तर्ज पर बाइक यात्रा एमआईटी नाम की कंपनी ने एनसीआर सहित अन्य जगह के हजारों निवेशकों को रकम दोगुनी करने का झांसा देकर करीब 50 करोड़ से अधिक रुपये की ठगी कर ली

बाइक यात्रा एमआईटी कंपनी ने 8 हजार  निवेशकों से 50 करोड़ से अधिक ठगे
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नोएडा। बाइक बोट व बाइक फॉर यू की तर्ज पर बाइक यात्रा एमआईटी नाम की कंपनी ने एनसीआर सहित अन्य जगह के हजारों निवेशकों को रकम दोगुनी करने का झांसा देकर करीब 50 करोड़ से अधिक रुपये की ठगी कर ली। ठगी करने के बाद कंपनी ऑफिस पर ताला लगाकर फरार हो गई। एक निवेशक की शिकायत पर कंपनी के एमडी, डायरेक्टर सहित 6 आरोपियों के खिलाफ सेक्टर 58 थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस को दी शिकायत में गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी निवासी रामेश्वर सिंह ने बताया कि सेक्टर 62 में बाइक यात्रा एमआईटी के नाम से कंपनी का ऑफिस है।

रामेश्वर ने वर्ष 2018 में बाइक टैक्सी चलवाने वाली कंपनी के ऑफिस में एमडी राजेश खंडेलवाल, कपिल धामा, डायरेक्टर नितिन त्यागी, आलम, पुष्पेन्द: व शुभम चौधरी से मुलाकात की थी। अधिकारियों ने रामेश्वर को बताया कि कंपनी बाइक टैक्सी चलवाती है। कंपनी निवेशकों से 62 हजार 100 रुपए प्रति बाइक के हिसाब से जमा करेगी। इसके एवज में कंपनी की तरफ से 1 साल तक प्रति माह 10 हजार 100 रुपए निवेशक को रिफंड दिया जाएगा।

रामेश्वर का आरोप है कि कंपनी ने कुछ महीने तक ही उन्हें पैसे दिये। रामेश्वर कंपनी के सेक्टर 62 स्थित ऑफिस में पहुंचा तो ताला लगा हुआ था। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर एमडी राजेश खंडेलवाल, कपिल धामा, डायरेक्टर नितिन त्यागी, आलम, पुष्पेन्द: व शुभम चौधरी को नामजद करके मामले की जांच शुरु कर दी है। पीड़ित रामेश्वर ने बताया कि उन्होंने मोटे मुनाफे के चक्कर में आकर छह बाइक के लिए कंपनी में 3 लाख 72 हजार रुपए जमा किए थे।


रामेश्वर ने कैश, चेक व क्रेडिट कार्ड के माध्यम से पैसे जमा किए। उन्होंने बताया कि उन्हें जुलाई 2018 से नवंबर 2018 तक कंपनी की तरफ से पैसा दिया गया। इसके बाद पैसा मिलना बंद हो गया। जब उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि कंपनी का प्लान बदल गया है। जल्द ही सारा पैसा वापस कर दिया जाएगा। लेकिन अभी तक रामेश्वर के पैसे नहीं लौटाए गए है। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी कंपनी की तरफ से करीब 8 हजार लोगों से 50 करोड़ से ज्यादा रुपये की ठगी की गई है। करीब एक महीने पहले निवेशकों ने आरोपी कंपनी के खिलाफ थाने में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन भी किया था।


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