दुर्गम इलाकों में बाइक एबुंलेंस सुविधा शुरू
मौजुद तीन ब्लॉक में फैले कम से कम पैंतीस गाँव में अब प्रसव के लिए महिलाओं को प्राण संकट में जाने वाले क्षणों से मुक्ति मिल जाएगी

अबिकापुर। मौजुद तीन ब्लॉक में फैले कम से कम पैंतीस गाँव में अब प्रसव के लिए महिलाओं को प्राण संकट में जाने वाले क्षणों से मुक्ति मिल जाएगी, यह वे पैंतीस गाँव हैं जहाँ कॉल के बावजूद महतारी एक्सप्रेस तमाम कोशिशों के बावजूद नही पहुँच पाती थी।
बेहद दुर्गम पहाड़ियों के बीच बसे गाँव जो विशेषकर जिले के कुसमी शंकरगढ और राजपुर ब्लॉक में आते हैं वहाँ के लिए बलरामपुर में बाईक एबुंलेस शुरु हुई है। जिले के इन तीन ब्लॉको के पहुँचविहीन दुर्गम इलाक़ों में महिलाओं तक स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए इन बाईक एबुंलेंस की मदद ली जाएगी।
यह सेवाए डायल 102 याने महतारी एक्सप्रेस की तरह नि:शुल्क होगी।यह बाईक पीएचसी में खड़ी होगी और इनके नंबर पंचायतों को मुहैया कराए जाएँगेए वहीं यह व्यवस्था भी रहेगी कि यदि कोई महतारी एक्सप्रेस को कॉल करता है और यह पाया जाएगा किए स्थल दुर्गम है और एम्बुलेंस नही जा पाएगी तो फ़ौरन बाइक एम्बुलेंस रवाना की जाएगी। छत्तीसगढ में यह सुविधा अमल में लाने वाला बलरामपुर दूसरा जिला है, बलरामपुर के पहले यह नारायणपुर में योजना सफलता से संचालित है।
डीएम अवनीश शरण ने बताया कुल चार बाइक एम्बुलेंस होगी जिन्हें सबाग भुलसीकला मनोहरपुर और गोपालपुर के पीएचसी में तैनात रखा जाएगाए जिले के इन इलाक़ों में दुर्गमक्षेत्र हैं। इसमें पायलट याने ड्रायवर के साथ एक अटैंडर होगा और बाइक के साथ सर्व सुविधायुक्त स्ट्रेचर जोडा गया है,जिसमें महिला को सुगमता से लाया जा सकेगा, यह संस्थागत प्रसव शत प्रतिशत कराने में अहम कदम है।


