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'आई लव मोहम्मद' पर गिरफ्तारी क्यों?, किशनगंज में ओवैसी ने पूछे सवाल

एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी किशनगंज जिले के बहादुरगंज प्रखंड के कॉलेज चौक में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे, जहां 'आई लव मोहम्मद' को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर जमकर बरसे

आई लव मोहम्मद पर गिरफ्तारी क्यों?, किशनगंज में ओवैसी ने पूछे सवाल
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किशनगंज में ओवैसी का हमला, बोले- 'आई लव मोदी' सही तो 'आई लव मोहम्मद' गलत क्यों?

  • ओवैसी ने पीएम और सीएम पर साधा निशाना, मुस्लिमों के हक में उठाई आवाज
  • राजद पर भी बरसे ओवैसी, बोले- चार का बदला 24 से लेंगे

किशनगंज। एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी किशनगंज जिले के बहादुरगंज प्रखंड के कॉलेज चौक में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे, जहां 'आई लव मोहम्मद' को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जब 'आई लव मोदी' और 'आई लव नीतीश' आपको सही लगते हैं, तो 'आई लव मोहम्मद' से कैसी नफरत?

ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि कोई 'आई लव मोदी' का पोस्टर ले जाए तो उसके साथ सेल्फी लेते हैं और कोई 'आई लव नीतीश' का पोस्टर ले जाए तो कहते हैं ये वफादार है, फिर 'आई लव मोहम्मद' से नफरत क्यों करते हैं?

ओवैसी ने कहा कि हम अपने अल्लाह को मां-बाप और दुनिया की हर दौलत-शोहरत से भी ज्यादा चाहते हैं, क्योंकि उसी की वजह से हम मुसलमान हैं। इस दौरान उन्होंने 'आई लव मोहम्मद' को लेकर गिरफ्तार हुए लोगों की सलामती और रिहाई के लिए दुआ की।

राजद द्वारा एआईएमआईएम के चार विधायकों को तोड़ने पर ओवैसी ने कहा कि चार का बदला 24 से लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मुसलमानों को एकजुट रहकर अपने हक और सम्मान के लिए संघर्ष करना होगा।

असदुद्दीन ओवैसी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें इंसाफ को कामयाब करना और गद्दारों को हराना है। ओवैसी ने लोगों से इंसाफ के नाम पर वोट मांगा और कहा कि आपके बच्चों के बेहतर भविष्य बनाने के लिए नफरत फैलाने वाली पार्टियों को हराएं, तभी सीमांचल पर आप राजनीति कर सकेंगे और आपको किसी यादव लीडर के सामने सिर नहीं झुकाना पड़ेगा।

ओवैसी ने कहा कि सभी जाति धर्मो के लोगों ने अपना लीडर बना लिया, लेकिन बिहार के 19 फीसदी मुसलमानों ने आज तक अपना लीडर नहीं बनाया।

उन्होंने कहा कि वक्फ का काला कानून बनाकर मस्जिदों, दरगाहों और कब्रिस्तानों को छीनना चाहते हैं, लेकिन हम मस्जिद को नहीं छोड़ेंगे। हमने भारत के संसद भवन में खड़े होकर आप सभी की आवाज को उठाया और कहा कि आपके काले कानून को हम नहीं मानते हैं।


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