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पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर बोले विजय सिन्हा, मर्यादा की सारी हदें पार हो गई

बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कांग्रेस और राजद समर्थकों द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी पर भाजपा और इसके सहयोगी दलों ने कांग्रेस और राजद पर हमला बोला है

पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर बोले विजय सिन्हा, मर्यादा की सारी हदें पार हो गई
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पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी को लेकर भाजपा का कांग्रेस-राजद पर तीखा हमला

  • राजनीतिक बयानबाज़ी पर गरमाया बिहार का सियासी माहौल
  • प्रधानमंत्री के सम्मान को लेकर भाजपा नेताओं की भावनात्मक प्रतिक्रिया
  • ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में विवादित टिप्पणी से उठा सियासी तूफान
  • प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी पर भाजपा का भावनात्मक और नैतिक प्रतिरोध

पटना। बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कांग्रेस और राजद समर्थकों द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी पर भाजपा और इसके सहयोगी दलों ने कांग्रेस और राजद पर हमला बोला है।

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस मसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की पार्टी के लोग पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, इससे पूरा देश आहत है। पीएम मोदी के साथ बिहार की माता-बहनें इस बदसलूकी का बदला लेने के लिए तैयार हैं।"

मंत्री अशोक चौधरी ने भी इसे व्यक्तिगत और भावनात्मक चोट बताते हुए कहा, "हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि किसी ने भगवान को नहीं देखा, लेकिन माता-पिता ही असली देवता होते हैं। जिन्होंने हमें जन्म दिया, संस्कार दिए, उनका अपमान किसी भी व्यक्ति को आहत करेगा। प्रधानमंत्री भी एक इंसान हैं, उन्हें दुख होना स्वाभाविक है।"

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा, "राहुल गांधी को इस शर्मनाक घटना के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। लेकिन, इसके बजाय उनका इकोसिस्टम इसे सही ठहराने में लगा है। यह कांग्रेस की नीच राजनीति को दर्शाता है।"

वहीं, उत्तर प्रदेश के मंत्री ओपी राजभर ने कहा, "यह दुर्भावना और पतनशील सोच का परिणाम है। ऐसे बयान केवल खुद को नुकसान पहुंचाने वाला है। जब बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है, तब इस तरह के बयान सामने आते हैं। इनका पतन तय है।"

मंत्री संजय निषाद ने इस घटनाक्रम को भारतीय सभ्यता के विरुद्ध बताते हुए कहा, "यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की धरती है, जहां ऐसे अपशब्दों की कोई जगह नहीं। जो प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसे अभद्र शब्दों का प्रयोग कर सकते हैं, वह देश की अन्य माताओं, बहनों और बेटियों का क्या सम्मान करेंगे? यही कारण है कि जनता ने इन्हें सत्ता से दूर रखा है और आगे भी रखेगी।"

इस पूरे विवाद ने सियासी गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया है। जहां एक ओर भाजपा इसे कांग्रेस और राजद की 'घटिया राजनीति' करार दे रही है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष अभी तक इस मामले पर खुलकर सफाई नहीं दे पाया है।


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