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उदित राज का दावा, 'जदयू की सीटें कम करना चाहते हैं चिराग पासवान'

कांग्रेस नेता उदित राज ने बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के दिए बयानों पर हैरानी जताई। मंत्री की मंशा पर सवाल उठाते हुए उदित राज ने कहा कि चिराग एक ओर सत्ता का लाभ ले रहे हैं और दूसरी ओर नीतीश कुमार की सरकार पर हमला बोल रहे हैं जो संदेह पैदा करता है

उदित राज का दावा, जदयू की सीटें कम करना चाहते हैं चिराग पासवान
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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता उदित राज ने बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के दिए बयानों पर हैरानी जताई। मंत्री की मंशा पर सवाल उठाते हुए उदित राज ने कहा कि चिराग एक ओर सत्ता का लाभ ले रहे हैं और दूसरी ओर नीतीश कुमार की सरकार पर हमला बोल रहे हैं जो संदेह पैदा करता है।

रविवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान उदित राज ने कहा, "चिराग पासवान लगातार अपने बयानों से नीतीश कुमार की इमेज खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे जदयू को विधानसभा चुनाव में कम सीटें मिलें। यदि चिराग को बिहार में अपराध की स्थिति इतनी चिंताजनक लगती है, तो वे एनडीए से इस्तीफा क्यों नहीं देते?"

उदित राज ने दावा किया कि चिराग की यह रणनीति सोची-समझी है। उन्होंने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र किया, जब चिराग ने एनडीए से अलग होकर जदयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे, जिसके परिणामस्वरूप जदयू को उम्मीद से कम सीटें मिलीं और उसका वोट बैंक कमजोर हुआ। चिराग की मौजूदा आलोचना भी उसी रणनीति का हिस्सा है, जिसका मकसद 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार की छवि को नुकसान पहुंचाना और जदयू की सीटें कम करना है।

कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि चिराग की यह रणनीति जदयू को कमजोर करने और अपनी पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), के लिए अधिक सीटें हासिल करने की है। उन्होंने इसे राजनीतिक दबाव की रणनीति करार दिया, जिसमें चिराग नीतीश कुमार पर हमला बोलकर एनडीए के भीतर अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं।

तेज प्रताप यादव के स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की घोषणा पर उदित राज ने कहा कि यह स्वाभाविक है। लोकतंत्र में ऐसी चीजें होती रहती हैं। यह कोई नई बात नहीं है; हजारों साल से परिवारों में मतभेद रहे हैं। सत्ता संघर्ष भी हमेशा से रहा है। अगर तेज प्रताप अलग से चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं, तो इसमें बड़ी खबर क्या है? मुझे नहीं लगता कि यह कुछ असामान्य है।

एनसीईआरटी की ओर से स्कूली पाठ्यपुस्तकों में 'ऑपरेशन सिंदूर' को शामिल करने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि हमारी भारतीय सेना बाकी देशों की तुलना में सबसे सर्वश्रेष्ठ है।


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