Top
Begin typing your search above and press return to search.

एनडीए की आलोचना पर मंत्री बोले– काम से जवाब दें, शब्दों से नहीं

राजद नेता तेजस्वी यादव के 'एनडीए का मतलब नहीं देंगे अधिकार' वाले बयान पर मंत्री अशोक चौधरी ने पलटवार किया

एनडीए की आलोचना पर मंत्री बोले– काम से जवाब दें, शब्दों से नहीं
X

गरीबी हटाने के आंकड़ों से एनडीए की उपलब्धियों को बताया

  • भ्रष्टाचार पर नया कानून: गंभीर आरोप में 30 दिन की हिरासत पर पद से हटाने का प्रावधान
  • विपक्ष के विरोध पर चौधरी का तंज– देश का भविष्य नजरअंदाज करने वालों को भविष्य भी नकारता है

पटना। राजद नेता तेजस्वी यादव के 'एनडीए का मतलब नहीं देंगे अधिकार' वाले बयान पर मंत्री अशोक चौधरी ने पलटवार किया। उन्‍होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करने के बजाय, उन्हें जनता के बीच जाकर अपना काम बताना चाहिए।

मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि विपक्ष दिनभर बेबुनियाद बयानबाजी करता रहता है। क्या एनडीए को नए सिरे से परिभाषित करना उनके नेताओं का कोई कर्मकांड है? शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करने के बजाय, उन्हें जनता के बीच जाकर बताना चाहिए कि उनके नेता असल में क्या कर रहे हैं। सिर्फ बैठकर नारे गढ़ने से सालों की निष्क्रियता नहीं छुप जाती।

उन्‍होंने एनडीए के विकास कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्‍होंने कहा कि 46 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे थे। 30 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए।

मंत्री अशोक चौधरी ने पीएम और सीएम को हटाए जाने वाले बिल को लेकर कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्ति सबकुछ रोकने वाला नहीं हो सकता। सत्ता पर काबिज होने के लिए देश के भविष्‍य को नजरअंदाज कर जो लोग विरोध करते हैं, भविष्‍य भी उनका विरोध करता है।

उल्‍लेखनीय है कि केंद्र सरकार नए कानून ला रही है। इस कानून के तहत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री अगर गंभीर आपराधिक आरोपों में 30 दिन से ज्यादा हिरासत में रहते हैं तो वे पद से हटा दिए जाएंगे। विपक्ष इसका विरोध कर रहा है। एक तरफ सरकार इसे जवाबदेही और पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम बता रही है, तो दूसरी तरफ विपक्ष इसे सत्ता का हथियार मान रहा है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it