अगर पार्टी चाही तो 'जन्मभूमि' या 'कर्मभूमि' से लड़ूंगा चुनाव: प्रशांत किशोर
बिहार में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी है

प्रशांत किशोर का संकेत: जन्मभूमि या कर्मभूमि से लड़ सकते हैं चुनाव
- जन सुराज की हुंकार : PK ने करगहर या राघोपुर से चुनाव लड़ने की जताई इच्छा
- बिहार बदलाव यात्रा के बीच प्रशांत किशोर का बड़ा बयान
सासाराम। बिहार में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी है। इस बीच जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के संबंध में चल रही खबरों को लेकर स्पष्ट तौर पर कहा कि अभी तक उन्होंने चुनाव लड़ने की कोई घोषणा नहीं की है। हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो मैं अपनी जन्मभूमि या कर्मभूमि से चुनाव लड़ना चाहूंगा।
उन्होंने कहा कि ऐसा हुआ तो या तो मैं अपनी जन्मभूमि रोहतास के करगहर से या फिर बिहार की कर्मभूमि में से राघोपुर से चुनाव लड़ूंगा। प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में बुधवार को रोहतास के काराकाट विधानसभा अंतर्गत गोरारी स्टेडियम में ‘बिहार बदलाव जनसभा’ करने पहुंचे।
जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए एनडीए के महिला मोर्चा द्वारा चार सितंबर के बिहार बंद पर तंज कसते हुए कहा कि यह नेताओं के लिए है, जनता के लिए कोई बंदी नहीं है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को भी जन सुराज की दो-दो जनसभाएं हैं, जिसमें पहले की ही तरह 20-20 हजार लोग आएंगे। बिहार का युवा बदलाव के लिए तैयार है।
प्रशांत किशोर ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की एक भावुक होने वाली तस्वीर के सामने आने पर चुटकी लेते हुए कहा कि अभी तक वो मूर्छित थे। अब मूर्छा से उठ गए हों तो रोते-रोते ही बता दें कि किशनगंज का कॉलेज कब्जा किए थे या नहीं?
दरअसल, इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल जुट गए हैं। जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर इस चुनाव के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। वे लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं।


