Top
Begin typing your search above and press return to search.

भोजपुर में बाढ़ पीड़ितों से मिले दीपंकर भट्टाचार्य, सरकार पर लापरवाही का आरोप

भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने भोजपुर जिले के जवइनिया, नौरंगा सहित कई गांवों का दौरा किया

भोजपुर में बाढ़ पीड़ितों से मिले दीपंकर भट्टाचार्य, सरकार पर लापरवाही का आरोप
X

गंगा कटाव को बताया प्रशासनिक विफलता, भाकपा (माले) ने उठाई पुनर्वास की मांग

  • दीपंकर भट्टाचार्य बोले- पुनर्वास दया नहीं, अधिकार है
  • सांसद सुदामा प्रसाद का आरोप– नीतीश सरकार ने जमीन का पर्चा वापस लेकर किया अपमान

आरा। भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने शनिवार को भोजपुर जिले के जवइनिया, नौरंगा सहित कई गांवों का दौरा किया और वहां बाढ़ और कटाव वाले क्षेत्रों का जायजा लिया।

इस दौरान उनके साथ राज्य सचिव कुणाल, आरा सांसद सुदामा प्रसाद, काराकाट विधायक अरुण सिंह, डुमरांव विधायक अजित कुमार सिंह और अगिआंव विधायक शिवप्रकाश रंजन सहित कई स्थानीय नेता भी रहे। इन लोगों ने कटाव क्षेत्र का निरीक्षण करने के साथ-साथ जवइनिया व नौरंगा गांव तथा बांध पर रह रहे विस्थापितों से संवाद किया। उन्होंने पीड़ितों की समस्याएं सुनीं और राहत-पुनर्वास की हकीकत का जायजा लिया।

दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि यह हादसा प्राकृतिक नहीं बल्कि सरकार की लापरवाही और उपेक्षा का नतीजा है। उन्होंने कहा कि गंगा का कटाव कोई नई समस्या नहीं है, लेकिन सरकार ने समय रहते कोई ठोस उपाय नहीं किया। ढाई महीने बीत जाने के बावजूद अब तक न तो पीड़ितों की सूची पूरी हुई है और न ही मुआवजा और पुनर्वास की कोई समुचित व्यवस्था की गई है।

उन्होंने कहा कि जो पहली सूची बनी थी, उसमें भी सैकड़ों असली पीड़ितों के नाम काट दिए गए हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि पूरी सूची को सार्वजनिक करवाना और सभी को उसका लाभ दिलवाना अब हमारी साझा लड़ाई है। भाकपा (माले) की स्पष्ट मांग है कि लोगों को जमीन के बदले जमीन और मकान के बदले मकान मिले। पुनर्वास कोई दया नहीं, लोगों का अधिकार है।

उन्होंने कहा कि इस आपदा के दौरान राज्य सरकार, केंद्र सरकार और जिला प्रशासन तीनों नाकाम साबित हुए हैं। इन इलाकों में स्वास्थ्य सेवा, बच्चों की शिक्षा, पीने का पानी, शौचालय और सुरक्षा की गारंटी सरकार को करनी चाहिए। इन सभी मांगों को पार्टी जिला, राज्य और केंद्र स्तर पर मजबूती से उठाएगी।

सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि नीतीश सरकार ने पहले जमीन का पर्चा बांटा और फिर उसे वापस ले लिया। यह एक तरह का अपमान है। उन्होंने कहा कि सरकार अभी भी कटाव रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही है, जो बहुत बड़ा अपराध है। उन्होंने कोइलवर से बक्सर तक पक्का बांध बनाने की मांग की।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it