तेजस्वी यादव को कांग्रेस ने नकारा, संजय मयूख बोले- हकीकत सामने आ चुकी है
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सह-मीडिया प्रभारी संजय मयूख ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने उन्हें गठबंधन का नेता मानने से साफ इनकार कर दिया है

भाजपा नेता का तंज : तेजस्वी का नेतृत्व कांग्रेस को मंजूर नहीं
- संजय मयूख का दावा- उल्टा-पुल्टा गठबंधन की सच्चाई उजागर हो गई
- भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए बनाई रणनीति, तेजस्वी पर साधा निशाना
- तेजस्वी की रथ यात्रा पर भाजपा का कटाक्ष, कहा- जनता ने भी नकारा
पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सह-मीडिया प्रभारी संजय मयूख ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने उन्हें गठबंधन का नेता मानने से साफ इनकार कर दिया है।
मयूख ने कहा कि तेजस्वी, जो खुद को बिहार की राजनीति में बड़ा नेता बताते थे, उनकी हकीकत अब सामने आ चुकी है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर तेजस्वी वाकई नेता हैं तो कांग्रेस से गठबंधन का नेतृत्व स्वीकार करने की मांग क्यों नहीं करते?
मयूख ने कहा, “यह कांग्रेस और राजद का आंतरिक मामला है, इसमें भाजपा की कोई भूमिका नहीं है। हम पहले ही कह चुके थे कि यह गठबंधन अवास्तविक और ‘उल्टा-पुल्टा’ है। अब कांग्रेस ने तेजस्वी को नेता मानने से इनकार कर दिया, जिसके चलते वे अकेले रथ यात्रा निकालने को मजबूर हैं। बिहार की जनता ने भी उन्हें नकार दिया है।”
इस बीच, भाजपा ने आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए मजबूत रणनीति बनाई है। मयूख ने बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने अनुभवी नेताओं की एक मजबूत टीम गठित की है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बिहार चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है, जो लंबे समय से बिहार की राजनीति और सामाजिक ताने-बाने से जुड़े हैं। उनके साथ केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सह-प्रभारी बनाया गया है।
मयूख ने दावा किया कि इस मजबूत नेतृत्व में भाजपा बिहार चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल करेगी।
उन्होंने कहा, “हमारी टीम बिहार के लोगों की आकांक्षाओं को समझती है और उनके लिए काम करने को तैयार है। यह गठबंधन और तेजस्वी के स्वयंभू नेतृत्व की सच्चाई को उजागर करता है।”


