बिहार में इंडी गठबंधन की सरकार का दावा : पारस
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है

सीट बंटवारे पर जल्द फैसला, इंडी गठबंधन तैयार चुनावी रणनीति
- बिहार में बदलाव की बयार, महागठबंधन की सरकार का लक्ष्य
- इंडी गठबंधन एकजुट, पारस बोले- जीत की सीटों पर ही लड़ेंगे चुनाव
पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने शनिवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन संभवत आठ तारीख को अधिसूचना जारी होने के बाद सभी सहयोगी दल एक साथ बैठकर इस पर फैसला लेंगे।
उन्होंने दावा किया कि यदि बहुमत इंडी गठबंधन के पक्ष में जाता है, तो बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
पशुपति कुमार पारस ने कहा, "अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। हम लोग जल्द ही बैठकर समीकरणों को देखेंगे और तय करेंगे कि कौन-सा दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। इंडी गठबंधन में सबसे बड़े दल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस हैं, इसलिए मुख्य रूप से इनके बीच सीटों का बंटवारा होगा। हम जैसे छोटे दल भी अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए उचित हिस्सेदारी की मांग करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि देश में दो प्रमुख गठबंधन इंडी गठबंधन और एनडीए गठबंधन हैं। बिहार में इंडी गठबंधन के तहत सभी सहयोगी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। हमें भरोसा है कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में इंडी गठबंधन की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य महागठबंधन की सरकार बनाना है। इसके लिए हम पूरी ताकत झोंक देंगे।"
पशुपति कुमार पारस ने यह भी बताया कि उनकी पार्टी ने एक सर्वेक्षण कराया है, जिसके आधार पर वे केवल उन सीटों की मांग करेंगे जहां जीत की संभावना अधिक है।
उन्होंने स्पष्ट किया, "हम अनावश्यक सीटों की मांग नहीं करेंगे। हमारा ध्यान उन सीटों पर होगा, जहां हमारे पास मजबूत उम्मीदवार हैं और जीत का भरोसा है। हमारा लक्ष्य 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट हासिल करना है।"
पशुपति कुमार पारस ने आगे कहा कि सभी दल एकजुट होकर काम करेंगे ताकि बिहार में एक मजबूत सरकार बनाई जा सके। बिहार की जनता बदलाव चाहती है और इंडी गठबंधन उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं और सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। इंडी गठबंधन के तहत आरजेडी, कांग्रेस, और अन्य सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर जल्द ही औपचारिक चर्चा शुरू होने की उम्मीद है। अब सभी की नजरें सीट बंटवारे की घोषणा और गठबंधन की रणनीति पर टिकी हैं।


