तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ फिर उठी बिहार की आवाज : दीपंकर
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना बिहार की परंपरा रही है

जेपी की जयंती पर दीपंकर का संदेश: लोकतंत्र की रक्षा में बिहार अग्रणी
- भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार की परंपरा को आगे बढ़ा रहा है जन आंदोलन
- दीपंकर भट्टाचार्य बोले: भाजपा-जदयू की तानाशाही से मुक्ति जरूरी
- लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ जेपी की राह पर बिहार: भाकपा माले
पटना। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने शनिवार को कहा कि तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना बिहार की परंपरा रही है, और आज पूरा बिहार फिर उसी विरासत को आगे बढ़ा रहा है।
श्री भट्टाचार्य ने आज लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर गांधी मैदान स्थित जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ चले ऐतिहासिक आंदोलन के प्रेरणा स्रोत थे।
उन्होंने कहा कि आज जब देश में फिर से लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं, तब बिहार को एक बार फिर जेपी के रास्ते पर चलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-जनता दल यूनाईटेड (जदयू) की तानाशाही से मुक्ति की भूमिका निभानी है।
भाकपा माले महासचिव ने कहा कि बिहार की जनता हमेशा अन्याय और अत्याचार के खिलाफ डटकर खड़ी हुई है, और इस बार भी वह लोकतंत्र, संविधान और जन अधिकारों की रक्षा की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाएगी।


